भारत ने इस साल राजधानी दिल्ली में G-20 शिखर सम्मेलन (G20 Summit) की सफल मेजबानी की। ये सम्मेलन 9-10 सितंबर 2023 को आयोजित किया गया था, जिसमें G20 सदस्य देशों के राष्ट्रप्रमुखों के अलावा नौ अन्य देशों को आमंत्रित किया गया था। इसके साथ ही यूनाइटेड नेशंस, इंटरनेशनल मोनेटरी फंड, वर्ल्ड बैंक, वर्ल्ड हेल्थ ऑरगेनाइजेशन, वर्ल्ड ट्रेड ऑरगेनाइजेशन जैसे संगठन को भी बुलाया गया था। भारत ने पहली बार जी20 सम्मेलन की मेजबानी की थी। आइए जानते हैं इस सम्मेलन से जुड़ी बड़ी बातें।
भारत की अध्यक्षता में जी-20 शिखर सम्मेलन का सफल आयोजन हुआ। दिल्ली के प्रगति मैदान के भारत मंडपम में 9 और 10 सितंबर को समिट की बैठकें आयोजित की गईं।इसके लिए दिल्ली को दुल्हन की तरह सजाया गया था और सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। भारत में 50 से अधिक स्थानों पर 200 से अधिक बैठकें आयोजित की गयी थी। इस समिट में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन, इटली की पीएम जॉर्जिया मेलोनी, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों समेत दुनिया भर के बड़े-बड़े नेताओं ने हिस्सा लिया। वहीं, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग इस आयोजन में हिस्सा लेने के लिए भारत नहीं आए थे।
पीएम मोदी ने बैठक के पहले सेशन के दौरान घोषणा की थी कि अब G20, G21 हो गया है। अफ्रीकन यूनियन को इस ग्रुप की स्थाई सदस्यता दी गई, जिसमें 55 देश शामिल हैं। इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा था कि हमने प्रस्ताव रखा था कि अफ्रीकन यूनियन को जी 20 की स्थायी सदस्यता दी जाए।
भारत को जी-20 समिट में बड़ी सफलता तब हासिल हुई जब सदस्य देशों के बीच सहमति के साथ G-20 नई दिल्ली लीडर्स समिट डिक्लेरेशन को अपनाया गया। 37 पन्नों के नई दिल्ली घोषणापत्र में कहा गया कि हमारे पास बेहतर भविष्य बनाने का अवसर है, ऐसे हालात नहीं बनने चाहिए कि किसी भी देश को गरीबी से लड़ने और ग्रह के लिए लड़ने के बीच चयन करना पड़े। डिक्लेरेशन पर सभी सदस्य देशों ने भारत की सराहना की।
कई महत्वपूर्ण आर्थिक कदम भी G20 समिट में उठाए गए। इंडिया-मिडल ईस्ट-यूरोप शिपिंग एंड रेलवे कनेक्टिविटी कॉरिडोर की घोषणा की गई। इसके अलावा ग्लोबल लेवल पर ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन घटाने, एक ग्लोबल बायोफ्यूल अलायंस बनाने और प्लास्टिक पॉल्यूशन खत्म करने पर भी एक बड़ा समझौता किया गया। इसके साथ ही ज्यादा बड़े और अधिक प्रभावी मल्टी लैटरल डिवेलपमेंट बैंकों (MDB) की जरूरत पर भी सहमति बनी और वर्ल्ड बैंक की फाइनैंसिंग क्षमता बढ़ाने की बात तय की गई। क्रिप्टोकरंसी रेगुलेशन पर भी एक आम सहमति बनती नजर आई। एक मॉडर्न इंटरनैशनल टैक्स सिस्टम बनाने पर सहमति बनी।
G-20 की सफलता के बाद भारत में P-20 Summit का आयोजन 13-14 अक्टूबर 2023 को किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन दिल्ली के द्वारका के ‘इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन एंड एक्सपो सेंटर’ में किया गया था। पी-20 शिखर सम्मेल में जी20 देशों के संसद अध्यक्ष और सभापतियों ने हिस्सा लिया था। इस समिट में 25 देशों के प्रिजाइडिंग ऑफिसर और G20 सदस्य देशों के 10 डिप्टी स्पीकर शामिल हुए थे। हालांकि, खालिस्तान विवाद के बीच कनाडा की स्पीकर रेमोंडे गैग्ने कार्यक्रम में नहीं आईं थीं।
इस मंच पर G20 देशों और आमंत्रित देशों के सांसदों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इस दौरान टिकाऊ जीवनशैली का विस्तार करने और जलवायु परिवर्तन से निपटने की रणनीतियों पर चर्चा की गयी। समिट की थीम ‘वसुधैव कुटुंबकम- एक पृथ्वी, एक कुटुंब, एक भविष्य के लिए संसद’ थी। पीएम मोदी ने अपने संबोधन के दौरान सभी प्रतिनिधियों को साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव देखने के लिए आमंत्रित किया था।