इजरायल और हमास के बीच चल रही लड़ाई में दोनों पक्ष एक-दूसरे के विनाश करने की तैयारी करने के लिए कमर कस लिये हैं। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतान्याहू ने पहले ही साफ कर दिया है कि यह सिर्फ हमला नहीं है, बल्कि युद्ध है और उनका देश इस युद्ध में हमास को ऐसा सबक सिखाएंगे, जैसा किसी ने सोचा नहीं होगा।
सात अक्टूबर की भोर में हमास के हमले से शुरू हुई इस लड़ाई में अब तक हमास ने गाजा पट्टी से इजरायल के खिलाफ 6,000 से ज्यादा राकेट और मिसाइल दाग चुका है। हमले में 1300 से ज्यादा इजरायलियों की मौत हो चुकी है, जिसमें बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे भी हैं। इसके अलावा 3,200 से ज्यादा इजरायली घायल हैं। अब तक हमास ने 120 परिवारों को बंधक बनाया हुआ है। इजरायल के जवाबी हमले में बड़ी संख्या में हमास के लड़ाके और फिलिस्तीनी नागरिक मारे गये हैं। लड़ाई लगातार जारी है।
दुनिया भी दो हिस्सों में बंटी हुई है। भारत, अमेरिका, ब्रिटेन समेत अधिकतर देश इजरायल का समर्थन कर रहे हैं तो दूसरी तरफ रूस, चीन जैसे देश हमास के पक्ष में खड़े हैं। इससे इस लड़ाई का असर दुनिया के दूसरे देशों के संबंधों पर भी पड़ रहा है। लड़ाई का जल्द अंत नहीं हुआ तो दुनिया भर में इसके गंभीर असर होंगे।
हमास ने कहा कि गाजा पट्टी पर इजरायल की ओर से की गई भारी बमबारी में 13 बंधकों की मौत हो गई जिनमें विदेशी भी शामिल हैं। हमास की सैन्य शाखा ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि पिछले 24 घंटों में विभिन्न स्थानों पर 13 लोगों की जान गई है। जो विदेशी मारे गए वह किस देश के थे, इस बारे में पता नहीं चल पाया है। इस बारे में इजरायल की ओर से कोई पुष्टि नहीं की गई है।
इससे पहले इजरायल की सेना ने शुक्रवार को गाजा सिटी में रहने वाले हजारों लोगों को वहां से चले जाने का निर्देश दिया, जिससे बाद क्षेत्र में इजराइल की ओर से जमीनी कार्रवाई किए जाने की आशंका तेज हो गई है। इन निर्देशों के बीच संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि उसे उत्तरी गाजा में रहने वाले 11 लाख लोगों को 24 घंटे के भीतर वहां से सुरक्षित निकालने की चेतावनी इजरायल से मिली है। फलस्तीनी आतंकवादी समूह हमास ने शनिवार को इजराइल पर ताबड़तोड़ हवाई हमले किए थे, जिसके जवाब में इजराइली रक्षा बलों (आईडीएफ) ने हमास के मुख्य ठिकानों को निशाना बनाकर कार्रवाई की है।