अमेरिका में स्थित California के सिविल राइट्स डिपार्टमेंट के खिलाफ एक केस दायर किया गया है। संवैधानिक अधिकारों के उल्लंघन पर एक हिंदू संस्था ने ये मुकदमा दायर किया है। हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन का कहना है कि महकमा लगातार ऐसी हरकतें कर रहा है जिससे हिंदुओं को नुकसान हो रहा है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक कैलिफोर्निया नागरिक अधिकार विभाग के खिलाफ मुकदमा दायर किया गया है। हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन का आरोप है कि विभाग ने हिंदुओं के कई संवैधानिक अधिकारों का उल्लंघन किया है। शिकायत में जिक्र है कि विभाग ने कहा है कि जाति व्यवस्था और जाति-आधारित भेदभाव हिंदू प्रथाओं का हिस्सा है। ऐसा करके विभाग ने कैलिफोर्निया में हिंदुओं के अधिकारों का उल्लंघन किया है।
इस मुकदमे में हिंदू संगठन के साथ तीन अन्य पार्टी भी शामिल हैं। ये सभी भारतीय मूल के हिंदू हैं। इनका दावा है कि हिंदू धर्म और भारतीयों के बारे में सीआरडी के असंवैधानिक और गलत बयानों से हिंदू समुदाय को नुकसान हुआ है। उनकी मांग है कि ऐसी हरकतों के खिलाफ एक्शन होना चाहिए।
अमेरिका में हिंदू धर्म और संस्कृति का भी तेजी से विस्तार हुआ है। 2007 में अमेरिकी आबादी में 0.4 प्रतिशत हिंदू थे। जबकि आज ये 0.7 प्रतिशत हो चुके हैं। ईसाइयों, मुसलमानों के बाद ये तीसरा सबसे बड़ा धार्मिक समुदाय है। आंकड़ों से साफ है कि अमेरिका में हिंदू समुदाय का प्रभाव लगातार बढ़ रहा है। पिछले 15 साल में अमेरिका में हिंदुओं की आबादी दोगुनी होकर 22 लाख के करीब पहुंच चुकी है।
हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन के अनुसार 2025 तक हिंदुओं की आबादी लगभग 28 लाख हो जाएगी। 20 साल पहले अमेरिका में 435 मंदिर थे, जिनकी संख्या बढ़कर लगभग 1000 हो गई है। फाउंडेशन का कहना है कि मंदिरों की संख्या बढ़ने का कारण यहां आकर बसने वाले हिंदुओं की आबादी में इजाफा होना है।