Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में चल रही सियासी सरगर्मी के बीच उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) गुट ने नए साल के लिए दो टॉरगेट निर्धारित किए है। उनका पहला टॉरगेट 2024 के लोकसभा चुनाव में डबल अंक हासिल करना और राज्य विधानसभा चुनाव में एक टॉपर के रूप में अपनी मौजूदगी दर्ज करना।
अजित पवार ने शुक्रवार को चुनाव की रणनीति पर चर्चा करने के लिए पार्टी के जिला-स्तरीय नेतृत्व के साथ-साथ मुंबई में फ्रंटल सेल को भी बुलाया था। इस दौरान पवार ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा, ‘अब समय आ गया है कि हम इस चुनाव में 10 सीटों का आंकड़ा पार करें। अब तक लोकसभा में हमारा उच्चतम आठ है, जिसे हमें इस चुनाव में बदलने की कोशिश करनी चाहिए।’
इसके बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जब अजित पवार से लोकसभा में सीट-बंटवारे के बारे में पूछा गया, तो पवार ने कहा कि इसे तीनों दल अंतिम रूप देंगे और मीडिया को सही समय पर सूचित किया जाएगा। पवार ने यह भी याद दिलाया कि राज्य विधानसभा में राकांपा को सबसे अधिक 71 सीटें 2004 में मिली थीं और उसे भी पार करने की जरूरत है।
अजित पवार ने कहा, ‘हमें राज्य में अव्वल बनकर उभरना है।’ उन्होंने पार्टी संगठन से 1 जनवरी से युद्धस्तर पर काम शुरू करने को कहा। उन्होंने कहा, ”मैं इस महीने के अंत तक संगठनात्मक पदानुक्रम में कोई भी पद खाली नहीं देखना चाहता। पार्टी कार्यकर्ताओं से पवार ने कहा कि 1 जनवरी से पूरे संगठन को युद्ध स्तर पर काम करना होगा।’
उपमुख्यमंत्री ने अपने भाषण में इस बात पर भी जोर दिया कि धर्मनिरपेक्षता के मूल्यों और प्रगतिशील विचारों पर कोई समझौता नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारी एक अलग पहचान है और हम इसे बनाए रखेंगे। उन्होंने कहा, ”महबूबा मुफ्ती और नीतीश कुमार जैसे उदाहरण हैं जिन्होंने इन मूल मूल्यों को नहीं छोड़ा और फिर भी भाजपा के साथ सरकार बनाई।” यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें राम मंदिर उद्घाटन समारोह के लिए निमंत्रण मिला है, पवार ने कहा कि उन्हें नहीं मिला है।