संसद की सुरक्षा में चूक के मुद्दे को लेकर गर्महाट फिलहाल कम नहीं हुई है। एक तरफ विपक्षी सांसद निलंबन के बाद संसद के बाहर धरना दे रहे हैं तो दूसरी तरफ खूफिया एजेंसियां मामले की तहकीकात में जुटी हुई है। लगातार गिरफ्तारियों का सिलसिला भी जारी है और अब तक 9 लोगों को पुलिस ने अपनी गिरफ्त में ले लिया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में सागर शर्मा, मनोरंजन डी, कैलाश, महेश, ललित झा, नीलम आजाद,अमोल, विक्की और उसकी पत्नी शामिल है। इस मामले लेकर अब तक दिल्ली पुलिस ने अपनी 50 टीमों को तैनात कर दिया है और मुस्तैदी के साथ मामले की जांच चल रही है। देशभर में अलग-अलग जगह पर इस मामले को लेकर छानबीन जारी है। खबरें ऐसी भी हैं कि दिल्ली पुलिस संसद परिसर में घुसने वाले इन आरोपियों की लिंक खोजने का प्रयास कर रही है। इस मामले की जांच अब तक देश के 6 राज्यों में पहुंच चुकी है।
इस मामले को लेकर दिल्ली पुलिस ने अपनी 50 टीमें बनाई हैं। हर टीम एक अलग काम देख रही है। कुछ के पास आरोपियों के बैकग्राउंड और लिंक्स जोड़ने का काम है वहीं कुछ उनके घर पर छापेमारी कर रही हैं।
विपक्षी सांसद इस मामले पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से बयान लेने की अपनी मांग पर अड़े हुए हैं। वह चाहते हैं कि गृहमंत्री संसद में आकर इस मामले पर बयान दें। इस दौरान शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि अमित शाह को संसद में आना चाहिए और बताना चाहिए देश की सबसे सुरक्षित इमारत में सुरक्षा चूक कैसे हो गई?
एएनआई से बात करते हुए प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा,”अगर देश की सबसे सुरक्षित इमारत में सुरक्षा उल्लंघन हो सकता है तो इसके लिए कौन जिम्मेदार है? केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को तय करना होगा कि इस सब के लिए कौन जिम्मेदार है। उन्हें संसद में आकर बताना चाहिए कि यह कैसे हुआ।” आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि विपक्षी दल सिर्फ यही कह रहे हैं कि जांच रिपोर्ट संसद में पेश की जाए लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है।