BJP ने हिंदी पट्टी के तीन राज्यों राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में लीडरशिप चेंज करते हुए नए चेहरों को राज्य की कमान दी है। पार्टी के इस फैसले के बाद सवाल उठ रहे हैं कि अब वसुंधरा राजे, शिवराज सिंह चौहान और रमन सिंह जैसे दिग्गजों का क्या होगा। बुधवार को एक प्राइवेट न्यूज चैनल के कार्यक्रम में शामिल हुए बीजेपी अध्यक्ष ने इन तीनों नेताओं के फ्यूचर रोल और पार्टी के सीएम सिलेक्शन प्रोसेस पर बात की।
जेपी नड्डा ने एजेंडा आजतक 2023 कार्यक्रम में कहा कि तीनों पूर्व मुख्यमंत्री बीजेपी के सीनियर कार्यकर्ता हैं और पार्टी भविष्य में उन्हें उनके कद के अनुसार भूमिकाएं देगी। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी में सभी को उसका हक दिया जाता है और हमारी पार्टी छोटे से छोटे कार्यकर्ता का इस्तेमाल करने से भी नहीं चूकती।
जब उनसे सवाल किया गया कि आपने तीन कद्दावर तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों को ‘बैठने’ के लिए कहा तो उन्होंने जवाब दिया, “बैठ जाइए नहीं, ये शब्द नहीं है हमारा, नए काम में लग जाइए। हम मिलकर तय करेंगे। इनको हम नया काम देंगे। ये हमारे वरिष्ठ नेता हैं, इनकों 15-16 साल का अनुभव है। बीजेपी एक साधारण कार्यकर्ता का उपयोग करने से पीछे नहीं हटती है, इनका लोगों का हम उपयोग करने से कहां रहेंगे। इनको काम देंगे। इनके कद के अनुसार काम देंगे। इनको अच्छे तरीके से काम में लगाएंगे।”
इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि यह बहुत गहरी प्रक्रिया है। कम शब्दों में समझाना मुश्किल है। यह सिर्फ मुख्यमंत्री, मंत्री, एमपी, एमएलए के चयन के लिए ही नहीं, हमारे यहां बहुत गहन रिसर्च के साथ हर कार्यकर्ता को वॉच किया जाता है। उन्होंने कहा, “उसकी गतिविधियां, उसकी हिस्ट्री, उसकी प्रतिक्रिया, हमारे यहां बहुत बड़ा डेटा बैंक है, जिसको हम समय समय पर स्टडी करते रहते हैं। जब चुनाव घोषित हुआ था, तभी से हमारा सिलेक्शन प्रोसेस शुरू हो जाता है कि कौन हमारा लीडर होगा, विपक्ष के लिए कौन लीडर अच्छा होगा। बहुत बारीकियों से चयन किया जाता है।”