महादेव सट्टेबाजी ऐप मामले में बड़ी गिरफ्तारी हुई है। दुबई पुलिस ने महादेव सट्टेबाजी ऐप के को-फाउंडर रवि उप्पल को गिरफ्तार किया है। दुबई पुलिस ने ये कार्रवाई इंटरपोल द्वारा जारी रेड कॉर्नर नोटिस के आधार पर की है। ईडी ने इंटरपोल से रवि उप्पल के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने की अपील की थी।
रवि उप्पल को भारत लाने के लिए जांच एजेंसियां दुबई पुलिस के संपर्क में हैं। ईडी महादेव ऐप मामले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच कर रही है। रवि उप्पल के खिलाफ छत्तीसगढ़ और मुंबई पुलिस भी जांच कर रही है। बता दें कि मामले में मुख्य आरोपी सौरभ चंद्राकर है। महादेव सट्टेबाजी ऐप को भारत में बैन कर दिया गया है। सौरव चंद्राकर और रवि उप्पल दोनों छत्तीसगढ़ के रहने वाले हैं और दुबई से इसका संचालन करते थे।
ईडी ने महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी मामले में 417 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त और ‘फ्रीज’ की है। अधिकारियों ने आरोप लगाया कि दुबई से संचालित यह कंपनी नए लोगों को जोड़ने, उनके पहचान पत्र बनाने तथा कई बेनामी बैंक खातों के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग करने के लिए ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप्लिकेशन का उपयोग करती थी।
महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप के संबंध में 5,000 करोड़ रुपये से अधिक की अनुमानित मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच ईडी कर रही है। सौरभ चंद्राकर ने अपनी शादी पर 200 करोड़ रुपये खर्च किए थे। उसके परिवार के सदस्य नागपुर से निजी जेट से यूएई पहुंचे थे। केंद्रीय एजेंसी के अनुसार उसने अपराध की आय से खरीदी गई 417 करोड़ रुपये की नकदी और संपत्ति जब्त की है।
ईडी के अनुसार अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के भाई मुस्तकीम इब्राहिम के साथ मिलकर महादेव बेटिंग ऐप मामले का मुख्य आरोपी सौरभ चंद्राकर पाकिस्तान में भी एक ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप खोलने की तैयारी कर रहा था। जांच एजेंसी मानती है कि दाऊद इब्राहिम का गिरोह दुबई में अभी भी सौरभ चंद्राकर को भागने में मदद कर रहा है।