तेलंगाना में एआईएमआईएम नेता अकबरुद्दीन ओवैसी (Akbaruddin Owaisi) को राज्य विधानसभा (Telangana Assembly) के पहले सत्र के लिए प्रोटेम स्पीकर (Pro-tem Speaker) नियुक्त किया गया। राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन की ओर से नियुक्ति के बाद एआईएमआईएम विधायक अकबरुद्दीन ओवैसी ने शनिवार को विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर के तौर पर शपथ ली। इस शपथ ग्रहण समारोह में बीजेपी विधायक टी राजा सिंह शामिल नहीं हुए। गोशामहल से बीजेपी के निर्वाचित विधायक टी राजा सिंह विधायक पद की शपथ नहीं लेंगे। उन्होंने शपथ का बायकॉट करने का फैसला अकबरुद्दीन ओवैसी के चलते लिया है।
संविधान के अनुच्छेद 188 के तहत निर्वाचित सदस्य प्रोटेम स्पीकर से शपथ लेते हैं और उस पर हस्ताक्षर करते हैं। प्रोटेम स्पीकर सदन का एक अस्थायी अधिकारी होता है। इसका काम नवनिर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलाया और एक आधिकारिक स्पीकर का चुनाव होने तक तक विधानसभा सत्र का संचालन करना होता है। जैसे ही विधानसभा के स्थाई अध्यक्ष का चुनाव होता है तो प्रोटेम स्पीकर का पद अपने आप खत्म हो जाता है। चंद्रयानगुट्टा से विधायक नवनियुक्त विधायकों को शपथ दिलाएंगे।
बीजेपी विधायक टी राजा सिंह ने कहा कि वह विधायकों के साथ शपथ नहीं लेंगे। टी राजा सिंह ने आरोप लगाया कि सीएम ए रेवंत रेड्डी भी अपने पूर्ववर्ती की तरह एआईएमआईएम से डरते थे और इसलिए उन्होंने अकबरूद्दीन को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया। उन्होंने कहा कि बहुत दुर्भाग्य की बात है नई सरकार का नया कांग्रेस का मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी के बनने के बाद उनका असली चेहरा सामने आया है। रेवंत रेड्डी कहते थे कि एएमआईएम, बीजेपी और बीआरएस एक हैं। आज जनता का पता चल गया है कि कौन किसके साथ है?
टी राजा सिंह ने कहा कि अकबरुद्दीन ओवैसी को प्रोटेम स्पीकर बनाया गया है। जो नेता 15 मिनट में 100 करोड़ हिंदुओं को मारने की बात कहता है, उससे मैं शपथ नहीं लूंगा। हम लोग इस बायकॉट का विरोध करेंगे। उन्होंने कहा कि अगले दिन जो नया पूर्णकालिक स्पीकर बनेगा, हम उसके कैबिन में जाकर शपथ लेंगे। बता दें कि अकबरुद्दीन ओवैसी 6वीं बार विधायक बने हैं। प्रोटोकॉल के मुताबिक सदन के सबसे वरिष्ठ सदस्य को प्रोटेम स्पीकर बनाया जाता है।