संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने से दो दिन पहले केंद्र सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई है। बैठक सुबह 11 बजे से शुरू होगी। केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने संसद के आगामी सत्र को मौजूदा लोकसभा का अंतिम सत्र बताते हुए विपक्ष से सहयोग करने और इस चर्चा में शामिल होने की अपील की है।
संसद का शीतकालीन सत्र 4 दिसंबर से शुरू हो रहा है। सत्र 22 दिसंबर तक चलेगा जिसमें 15 बैठकें आयोजित की जाएंगी। यह बैठक संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी की अध्यक्षता में पार्लियामेंट की लाइब्रेरी बिल्डिंग में होगी जिसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और पीयूष गोयल शामिल हो सकते हैं। गौरतलब है कि संसद का शीतकालीन सत्र 4 दिसंबर से शुरू होने जा रहा है। सत्र के दौरान कैश फॉर क्वेरी मामले में फंसी तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ लगे आरोपों पर आचार समिति की रिपोर्ट लोकसभा में पेश की जाएगी।
आमतौर पर ये बैठक शीतकालीन सत्र शुरू होने से एक दिन पहले बुलाई जाती है, लेकिन इस बार 3 दिसंबर को पांच राज्यों के चुनाव के परिणाम आने वाले हैं। ऐसे में ये मीटिंग दो दिन पहले बुलाई गई है। इस सत्र में कई महत्वपूर्ण विधेयकों को पेश किया जा सकता है। गौरतलब है कि अभी संसद में 37 विधेयक पेंडिग हैं। जिनमें से 12 विचार और पारित करने के लिए सूचीबद्ध किए गए हैं। वहीं, सात विधेयकों को संसद में पेश करने और उसे पारित करने के लिए लिस्टेड किया गया है।
इस शीतकालीन सत्र में सरकार तेलंगाना में सेंट्रल ट्राइबल यूनिवर्सिटी स्थापित करने और जम्मू कश्मीर और पुड्डुचेरी विधानसभा में महिलाओं को आरक्षण देने वाले विधेयक समेत सात नए विधेयकों को सदन में पेश कर सकती है।
इसके साथ ही सरकार आईपीसी, सीआरपीसी और इंडियन एविडेंस एक्ट की जगह लेने वाले भारतीय न्याय संहिता विधेयक-2023, भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता विधेयक-2023 और भारतीय साक्ष्य विधेयक 2023 समेत तमाम विधेयकों पर भी चर्चा कर सकती है। सरकार ने सत्र के दौरान 18 विधेयकों को सूचीबद्ध किया है, जिनमें महिला आरक्षण कानून के प्रावधानों को जम्मू-कश्मीर और पुडुचेरी तक बढ़ाने के लिए दो और आपराधिक कानूनों को बदलने के लिए तीन विधेयक शामिल हैं।