Uttarkashi Tunnel Rescue: उत्तरकाशी टनल हादसे को लेकर रेस्क्यू ऑपरेशन आज 14वें दिन भी जारी है। टनल में फंसे 41 मजदूरों को सकुशल बाहर निकालने के लिए अमेरिकन मशीन से लेकर विदेशी एक्सपर्ट टनल में फंसे लोगों की जिंदगी बचाने के लिए दिन-रात मेहनत कर रहे हैं, लेकिन कोई सफलता हाथ नहीं लगी है।
इसी बीच शनिवार को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, ‘यह सभी लोग जानते हैं कि रेस्क्यू ऑपरेशन बहुत कठिन और चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में चल रहा है। बहुत नजदीक पहुंचने के बाद मशीन फंस गई है। मशीन में कोई गडर या स्टील रॉड लग जाने के कारण शायद ऐसा हुआ है। उन्होंने कहा कि मशीन को काटकर बाहर निकाला जा रहा है। लगभग 20 मीटर ऑगर मशीन बाहर निकल चुकी है। जबकि करीब 25 मीटर और निकलनी है।’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘हम लोगों को उम्मीद है कि कल सुबह तक मशीन पूरी तरह से बाहर आ जाएगी। उसके बाद मैनुअल तरीके से आगे बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि अंदर जो लोग हैं, उनसे अभी मेरी बात हुई है। उन सभी के हौसले मजबूत हैं। उन्होंने मुझसे कहा कि कितना भी वक्त लगे, आप मुझे सुरक्षित बाहर निकाल लीजिए। हम लोग यहां पर ठीक हैं। आप लोग हमारी चिंता बिल्कुल मत करिए। हमको वक्त से खाना भी मिल रहा है।’
सीएम धामी ने कहा कि सभी श्रमिक स्वस्थ हैं। हम सभी ऑप्शन पर काम रहे हैं। उन्होंने कहा कि अभी ऑगर मशीन को काटने के लिए हैदराबाद से प्लाज्मा कटर को मंगाया जा रहा है। वो शाम तक जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर पहुंच जाएगा।
प्रधानमंत्री कार्यालय के पूर्व सलाहकार भास्कर खुल्बे ने शुक्रवार को कहा था कि उत्तरकाशी में सिल्कयारा सुरंग में फंसे 41 मजदूरों को बाहर निकालने के लिए बचाव अभियान जल्द ही फिर से शुरू किया जाएगा।
उत्तराखंड के उत्तरकाशी में 12 नवंबर को एक निर्माणाधीन सुरंग ढह गई थी। जिसमें 41 मजदूर फंस गए। गिरते मलबे ने सिल्कयारा से बारकोट तक सुरंग को सिल्क्यारा की तरफ 60 मीटर की दूरी पर अवरुद्ध कर दिया।
क्षैतिज ड्रिलिंग के जरिए सुरंग के अंदर 44 मीटर पाइप लगाने के बाद शुक्रवार तक कुछ अच्छी खबर मिलने की उम्मीद थी। हालांकि, गुरुवार की रात ऑगर ड्रिलिंग मशीन के दोबारा काम करना बंद करने के बाद बचाव अभियान को एक और झटका लगा।