इजरायल ने आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा को ‘आतंकवादी संगठन’ के रूप में लिस्ट किया है। नई दिल्ली में इज़रायल के दूतावास ने एक बयान जारी कर कहा कि मुंबई आतंकवादी हमलों की स्मृति के 15वें वर्ष के प्रतीक के रूप में इज़रायल ने लश्कर-ए-तैयबा को एक आतंकवादी संगठन के रूप में लिस्ट किया है।
इजरायली दूतावास ने कहा, “भारत सरकार द्वारा ऐसा करने का अनुरोध नहीं किए जाने के बावजूद इज़रायल ने औपचारिक रूप से सभी आवश्यक प्रक्रियाएं पूरी कर ली हैं। लश्कर-ए-तैयबा को अवैध आतंकवादी संगठनों की इज़रायली सूची में शामिल करने के पहले सभी आवश्यक जांच और नियमों को पूरा कर लिया गया है।”
इजरायली दूतावास ने कहा कि लश्कर-ए-तैयबा एक घातक और निंदनीय आतंकवादी संगठन है, जो सैकड़ों भारतीय नागरिकों के साथ-साथ अन्य लोगों की हत्या के लिए जिम्मेदार है। 26 नवंबर 2008 को हुई घटना सभी शांति चाहने वाले देशों और समाजों में गूंजती हैं। इज़रायल आतंकवाद के सभी पीड़ितों और मुंबई हमलों के जीवित बचे लोगों और शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी गंभीर संवेदना व्यक्त करता है। हम बेहतर शांतिपूर्ण भविष्य की आशा में एकजुट होकर आपके साथ खड़े हैं।
इजराइल का यह कदम ऐसे समय में आया है जब उसने भारत से हमास को आतंकवादी संगठन घोषित करने के लिए कहा है। हमास को अमेरिका, ब्रिटेन, यूरोपीय संघ और ऑस्ट्रेलिया समेत अन्य देशों ने प्रतिबंधित कर दिया है।
इजरायल और हमास के बीच युद्ध जारी है। इस युद्ध में अब तक 13,000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। 7 अक्टूबर को हमास ने इजरायल पर हमला किया था। उसके बाद इजरायल ने हमास के खिलाफ युद्ध छेड़ दिया। इजरायल उसके बाद से लगातार गाजा पट्टी में बमबारी कर रहा है और इसमें कई लोगों की जान जा चुकी है। अमेरिका समेत यूरोपीय देश इजरायल का समर्थन भी कर रहे हैं। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने साफ कहा है कि वह हमास को पूरी तरह से नेस्तनाबूत कर देंगे। गाजा में इजरायल की बमबारी से कई इलाके पूरी तरह से जमीदोंज हो चुके हैं।