अमेरिका के सदर्न कैलिफोर्निया में बीते मंगलवार (7 नवंबर) को वर्ल्ड वार दो के जमाने का ब्लिंप हैंगर जल गया। आप को बता दें कि ब्लिंप हैंगर का इस्तेमाल बड़े हवाई जहाजों को रखने के लिए किया जाता था। इस ब्लिंप हैंगर के जलने के बाद राख में से एस्बेस्टस पाया गया, जिसके बाद कैलिफोर्निया में पार्क स्कूल बंद करने का फैसला लिया गया।
एस्बेस्टस एक प्रकार का मटेरियल है, जिसमें आग नहीं पकड़ता है। ये नेचुरल प्रकार से मिलने वाले सिलिकेट का एक रूप है। ये मेटेरियल चट्टानों में मिलता है। आग न पकड़ने के खूबी की वजह से इस रेशेदार मटेरियल का इस्तेमाल निर्माण क्षेत्र में किया जाता है। ये मटेरियल घुलनशील नहीं होते हैं, जिसकी वजह से फेफड़ों में लंबे समय तक बना रह सकता है और शरीर के भीतर जाने के बाद भी ये इनके रेशे फेफड़ों के कैंसर का कारण बन सकते हैं।
सदर्न कैलिफोर्निया के टस्टिन शहर में द्वितीय विश्वयुद्ध के समय के ऐतिहासिक ब्लिंप हैंगर के जल जाने के बाद राख और मलबे के प्रारंभिक नमूनों में एस्बेस्टस पाया गया। इसके बाद टस्टिन में मौजूद कम से कम नौ पार्क बंद कर दिए गए । मलबे के आास पास रहने वाले लोगों को ब्लींप हैंगर के राख से दूरी बनाकर रखने की चेतावनी दी गई। इसके लिए उन्हें आउटडोर एक्टिविटी कम करने की हिदायत दी गई। हस्टिन शहर के प्रशासन ने पूरे शहर में इमरजेंसी की घोषणा कर दी है। इसकी मुख्य वजह ये है कि एस्बेस्टस की वजह से खतरा पैदा हो सकता है। इसके लिए प्रशासन को जरूरी कदम उठाना अनिवार्य है।
टस्टिन शहर के प्रशासनिक अधिकारियों ने एक बयान में कहा कि साउथ कैलिफोर्निया के एयर क्वालिटी रेगुलेटरी बोर्ड जहरीली गैसों और हानिकारक धातुओं से बचाव के लिए हैंगर के आसपास के क्षेत्रों से नमूनों का विश्लेषण करना जारी रखेंगे। लॉस एंजिल्स से लगभग 35 मील ( 56 किलोमीटर) साउथ -ईस्ट में टस्टिन यूनिफाइड स्कूल डिस्ट्रिक्ट में पढ़ने वाले बच्चों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए गुरुवार को स्कूल बंद कर दिए गए। बीते मंगलवार तड़के विशाल लकड़ी के हैंगर में आग लग गई, जो 1942 में अमेरिकी नौसेना की तरफ से आर्मी ब्लिंप रखने के लिए बनाए गए दो हैंगरों में से एक था। आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है।