राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होने में सिर्फ एक पखवाड़ा बचा है। सभी दलों के स्टार प्रचारक लगातार रैलियां और सभाएं कर रहे हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अभी तक राज्य में एक भी रैली नहीं की। इससे पार्टी उम्मीदवार और कार्यकर्ता सभी बेचैन हैं। वे पूछ रहे हैं कि हमारे स्टार प्रचार कब आएंगे।
पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और सोनिया गांधी के बाद राहुल राजस्थान के लिए कांग्रेस के स्टार प्रचारकों की सूची में तीसरे स्थान पर हैं। पार्टी नेताओं का कहना है कि, प्रियंका गांधी वाड्रा और खड़गे के साथ राहुल गांधी दिवाली के बाद राजस्थान पर ध्यान केंद्रित करेंगे और कई रैलियां करेंगे। हालांकि उनकी नामौजूदगी कई तरह की अफवाहों और चर्चा को पैदा कर रही हैं। 9 अक्टूबर को चुनाव की तारीखों की घोषणा होने के बाद से खड़गे ने दो रैलियां की हैं पहली 16 अक्टूबर को बारां में और दूसरी 6 नवंबर को जोधपुर में, जिस दिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपना नामांकन दाखिल किया था।
प्रियंका गांधी ने भी दो रैलियां की हैं, एक 20 अक्टूबर को दौसा में और दूसरी 25 अक्टूबर को झुंझुनू में। राजस्थान में राहुल गांधी आखिरी बार 23 सितंबर को जयपुर में एक ‘कार्यकर्ता सम्मेलन’ में गए थे, जहां खड़गे भी मौजूद थे। और उससे पहले 9 अगस्त को मानगढ़ धाम पर रैली की थी।
कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि चूंकि अन्य राज्यों में राजस्थान से पहले मतदान हो रहा है, इसलिए राहुल उन राज्यों में कार्यक्रम कर रहे हैं। मिजोरम और छत्तीसगढ़ (पहला चरण) में 7 नवंबर को मतदान हो गया, और मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ (चरण दो) के लिए मतदान 17 नवंबर को होगा। दक्षिणी राज्य तेलंगाना में मतदान राजस्थान के पांच दिन बाद 30 नवंबर को होगा और राहुल के लिए वहां कार्यक्रम रखे गए हैं।
पार्टी के अंदरूनी सूत्रों का अनुमान है कि कांग्रेस को मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में जीत की बेहतर संभावना दिख रही है, और इसलिए उन दो राज्यों पर अधिक ध्यान केंद्रित किया जा सकता है। राहुल ने सितंबर में दिल्ली में एक कार्यक्रम में यह कहकर खुद ही ऐसी अटकलों को हवा दी थी। उन्होंने कहा था: “अभी हम शायद तेलंगाना में जीत रहे हैं, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में निश्चित रूप से जीत रहे हैं। राजस्थान में हम बहुत करीब हैं और हमें लगता है कि हम जीतने में सक्षम होंगे।”