पालतू कुत्ते को वापस पाने को लेकर तृणमूल कांग्रेस (TMC) सांसद महुआ मोइत्रा के साथ तनातनी में फंसे वकील जय अनंत देहाद्राई ने बताया कि हेनरी (पालतू कुत्ता) उनके पास वापस आ गया है। वहीं, कैश फॉर क्वेरी मामले में फंसी लोकसभा आचार समिति ने टीएमसी सांसद को संसद से निष्कासित करने की सिफारिश की है।
देहाद्राई ने कुत्ते को सहलाते हुए एक वीडियो ‘एक्स’ पर साझा किया और कहा, ‘‘हेनरी का वापस स्वागत है। सभी समर्थन, प्रार्थनाओं और शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद। हेनरी घर वापस आकर रोमांचित है।’’ इस सप्ताह की शुरुआत में दिल्ली पुलिस को दी गई एक शिकायत में, वकील ने आरोप लगाया कि टीएमसी सांसद उन्हें डराने-धमकाने के लिए उनके आवास पर आने के बहाने के तौर पर उनके पालतू जानवर का इस्तेमाल कर रही थीं।
वहीं, दूसरी ओर ‘कैश फॉर क्वेरी’ मामले में लोकसभा की आचार समिति द्वारा उन्हें निष्कासित करने की सिफारिश किए जाने के बाद महुआ ने शुक्रवार को कहा कि वह 2024 के चुनावों में बड़े जनादेश के साथ वापस आएंगी। सोशल मीडिया मंच ‘X’ पर एक पोस्ट में महुआ ने कहा, ‘‘संसदीय इतिहास में उस आचार समिति द्वारा अनैतिक रूप से निष्कासित की जाने वाली पहली व्यक्ति बनने पर गर्व है, जिसके अधिकार क्षेत्र में निष्कासन शामिल ही नहीं है।” उन्होंने आगे लिखा, “पहले निष्कासित करें और फिर सरकार से कहें कि वह सीबीआई को सबूत ढूंढने का निर्देश दे। अपनी मनमर्जी की कंगारू कोर्ट, शुरू से अंत तक बंदरबांट।’’
टीएमसी सांसद ने कहा, ‘‘वे कहते हैं कि संकट के अच्छे मौके को कभी बर्बाद मत करो। इससे मुझे 2024 में अपनी जीत का अंतर दोगुना करने में मदद मिलेगी।’’ लोकसभा की आचार समिति ने बृहस्पतिवार को महुआ के निष्कासन की सिफारिश की थी। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लोकसभा सांसद विनोद कुमार सोनकर की अध्यक्षता में समिति ने यहां बैठक की और अपनी 479 पन्नों की रिपोर्ट को अपनाया, जिसमें सूत्रों के अनुसार, महुआ के निष्कासन की सिफारिश की गई है। यह संभवतः समिति द्वारा किसी सांसद के खिलाफ इस तरह की पहली कार्रवाई है।
गौरतलब है कि भाजपा सांसद निशिकांत दुबे की शिकायत के अनुसार, पश्चिम बंगाल के कृष्णनगर से तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा पर कारोबारी दर्शन हीरानंदानी के कहने पर अपने संसदीय मेल के माध्यम से प्रश्न पूछने का और उनके साथ अपनी लॉग-इन आईडी, पासवर्ड साझा करने का आरोप है।