INDIA Bloc: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच खींचतान को लेकर नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला बड़ा बयान दिया है। उमर अब्दुल्ला ने सोमवार को कहा कि विपक्षी इंडिया गठबंधन के भीतर हालात ठीक नहीं है।
उमर अब्दुल्ला उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में मीडिया से बात करते हुए कहा, ‘इंडिया गठबंधन में सब कुछ ठीक नहीं है। कुछ आंतरिक कलह चल रही है, जो देखी सकती है। लेकिन ऐसा नहीं होना चाहिए था। खासकर उन चार पांच राज्यों में जहां चुनाव हो रहे हैं। हमने देखा है कि कैसे समाजवादी पार्टी और कांग्रेस एक दूसरे से लड़ रहे हैं। दोनों कह रहे हैं कि वे यूपी की सभी सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। यह इंडिया गठबंधन के लिए अच्छा नहीं है। शायद इन राज्य चुनावों के बाद, हम फिर मिलेंगे और साथ मिलकर काम करने की कोशिश करेंगे।’
पीपुल्स अलायंस फॉर गुपकर डिक्लेरेशन (पीएजीडी) के घटक दलों के एक-दूसरे पर निशाना साधने के बारे में पूछे जाने पर अब्दुल्ला ने कहा कि उन्होंने किसी के खिलाफ एक शब्द भी नहीं कहा है। अब्दुल्ला ने कहा, ‘मैंने कुछ नहीं कहा है। मैंने अपने किसी मित्र को निशाना नहीं बनाया है, इस बात के बावजूद कि पिछले कई महीनों से हमें निशाना बनाया जा रहा है, लेकिन ये भी सही है कि पहली बार मैंने अपने सहकर्मी को रोकने की कोशिश नहीं की है।’
पिछले हफ्ते एक पार्टी कार्यक्रम में पीडीपी नेताओं द्वारा नेशनल कॉन्फ्रेंस की आलोचना करने को लेकर अब्दुल्ला ने कहा कि अगर बात अतीत को याद करने की हो तो उनकी पार्टी बहुत कुछ बात कर सकती है। उन्होंने कहा कि हमारे पास बात करने के लिए बहुत कुछ है। वे पिछले 30 साल से मुद्दे उठा रहे हैं…हमें इतनी दूर नहीं जाना है, हमें बस तीन या चार साल पीछे जाना है।
कश्मीर में स्थिति सामान्य होने के भाजपा के दावे के बारे में पूछे जाने पर पूर्व मुख्यमंत्री ने पूछा कि अगर स्थिति सामान्य है तो जम्मू-कश्मीर में चुनाव क्यों नहीं हो रहे हैं। बहाना क्या है? कल ही श्रीनगर में दिनदहाड़े एक पुलिस अधिकारी को गोली मार दी गई। अब, हमने सुना है कि पुलवामा में कुछ हुआ है। अब्दुल्ला ने कहा कि राजौरी में, एक ऐसा क्षेत्र जिसे हमने आतंकवाद से मुक्त कराया था, वहां हर हफ्ते या 10 दिन में एक घटना या मुठभेड़ होती है। यदि यह सामान्य स्थिति है, तो ऐसा ही हो।
जम्मू-कश्मीर चुनाव के बारे में पूछे जाने पर अब्दुल्ला ने कहा कि लोग विधानसभा चुनाव का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि लेकिन इन चुनावों के निकट भविष्य में होने का कोई संकेत नहीं है। संसदीय चुनाव उनके लिए मजबूरी है, लेकिन वे इन्हें कराएंगे या नहीं, यह शायद देश में केवल दो ही लोग जानते हैं और उन्होंने इस बारे में मुझसे बात नहीं की है।