Rural Skill Development Centres: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए महाराष्ट्र में दिवंगत बीजेपी नेता प्रमोद महाजन के नाम पर 511 ग्रामीण कौशल विकास केंद्रों का शुभारंभ करेंगे। एक आधिकारिक बयान के अनुसार, यह कौशल विकास केंद्र महाराष्ट्र के 34 ग्रामीण जिलों में स्थापित किए जा रहे हैं।
बयान में कहा गया है कि युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए विभिन्न क्षेत्रों में कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित करेंगे। बयान में आगे कहा गया है कि प्रत्येक केंद्र कम से कम दो व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में लगभग 100 युवाओं को प्रशिक्षित करेगा। प्रशिक्षण राष्ट्रीय कौशल विकास परिषद के तहत सूचीबद्ध उद्योग और एजेंसियों द्वारा प्रदान किया जा रहा है। इसमें कहा गया है कि इन केंद्रों की स्थापना से क्षेत्र को अधिक सक्षम और कुशल जनशक्ति विकसित करने की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति हासिल करने में मदद मिलेगी। महाजन भाजपा के एक बड़े राष्ट्रीय नेता थे। 2006 में 56 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया।
राज्य के कौशल, रोजगार, उद्यमिता मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा ने कहा, “अब तक महाराष्ट्र की 28 हजार ग्राम पंचायतों में कोई कौशल विकास केंद्र नहीं था। कौशल विकास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण विषय है। हमने 500 ग्राम पंचायतों में कौशल विकास केंद्र शुरू करने का निर्णय लिया।” मंत्री लोढ़ा ने कहा कि ये कौशल विकास केंद्र युवाओं को रोजगार के लिए गांवों से शहरों की ओर पलायन करने से रोकने में मदद करेंगे। भविष्य में ऐसे केंद्रों की संख्या बढ़ाई जाएगी।
बीते दिनों महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मीडिया को बताया था कि प्रधानमंत्री मोदी ने राज्य की पहल पर ध्यान दिया है। इस कार्यक्रम का उद्घाटन करने के अनुरोध को विनम्रतापूर्वक स्वीकार कर लिया है। गुरुवार शाम चार बजे पीएम मोदी ऑनलाइन माध्यम के जरिए प्रमोद महाजन को समर्पित इन कौशल विकास केंद्रों का उद्घाटन करेंगे।
सीएम शिंदे ने कहा कि इन केंद्रों की स्थापना युवाओं के रोजगार देने के केंद्र और ग्रामीण विकास में भागीदारी निभाने के लिए की गई है। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा इस पहल का उद्घाटन करना हमारे लिए महत्वपूर्ण क्षण है। उन्होंने कहा, कौशल विकास मंत्रालय के अलावा इस पहल में राजस्व, उद्योग और महिला एवं बाल विकास विभागों की भागीदारी शामिल है।
राष्ट्रीय कौशल विकास मिशन को पीएम मोदी द्वारा विश्व युवा कौशल दिवस के अवसर पर 2015 में आधिकारिक रूप से प्रारंभ किया गया था। इस मिशन को कौशल प्रशिक्षण गतिविधियों के संदर्भ में क्षेत्रों और राज्यों में आगे बढ़ाने के लिए विकसित किया गया है।