उत्तर प्रदेश की अलीगढ़ मुस्लिम विवि में इजराय फिलीस्तीन विवाद के बीच छात्रों ने एक जुलूस निकाला। इसमें छात्रों ने फिलीस्तीन के समर्थन में नारेबाजी की। पुलिस ने छात्रों पर केस दर्ज कर दिया है। पुलिस का कहना है कि बगैर अनुमति जुलूस निकाला गया था। इस वजह से केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने यह केस सोशल मीडिया पर एक वीडियो के वायरल होने के बाद किया था। अलीगढ़ मुस्लिम विवि पहले भी कई विवादों में सामने आ चुका है। पाकिस्तान का समर्थन करने का मामला यहां पर कई बार देखा गया। यूपी पुलिस की इस विवि पर विशेष निगाह रहती है।
छात्रों का कहनाा था कि इजरायल फिलीस्तीन के साथ ज्यादती कर रहा है। वो उसके इलाकों पर बेजा कब्जा कर रहा है। ये गलत है। हमास ने जो कुछ किया वो अपने हक के लिए किया। इजरायल उसके साथ लगातार ज्यादती कर रहा है। छात्रों का कहना था कि दुनिया के तमाम देशों को इजरायल की गुंडागर्दी का विरोध करना चाहिए। लेकिन अमेरिका समेत कुछ बड़े देश सीधे इजरायल का समर्थन कर रहे हैं।
जमीयत उलेमा ए हिंद (एमएम समूह) के प्रमुख मौलाना महमूद मदनी ने सोमवार को कहा कि इजरायल-फलस्तीन संघर्ष के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पश्चिम एशिया में शांति बहाली और निर्दोष लोगों की जान बचाने के लिए अपने प्रभाव का इस्तेमाल करना चाहिए। संगठन की ओर से जारी एक बयान में मदनी ने संघर्ष रोकने के लिए वैश्विक शक्तियों, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद और विश्व मुस्लिम लीग से भी तत्काल हस्तक्षेप करने की मांग की।
मदनी ने कहा कि भारत के लोग फलस्तीनियों के साथ हैं। वो पिछले 75 वर्षों से इजरायल के दमनकारी कब्जे और हिंसा से त्रस्त है। जिसके कारण वो आज अपनी ही मातृभूमि में कैदियों की तरह रह रहे हैं। उन्होंने फलस्तीन में जारी खूनी संघर्ष और आवासीय क्षेत्रों पर भारी बमबारी की भी निंदा की। कहा कि इस संघर्ष का मूल आधार इजरायल का फलस्तीन पर अवैध कब्जा और विस्तारवादी सोच है।