2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान ने बड़ा बयान दिया है। बालियान ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश को नया राज्य बनाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश को अलग राज्य बनाना चाहिए और मेरठ को इसकी राजधानी घोषित करना चाहिए। उन्होंने इसके पीछे की वजहों को भी बताया है। बता दें कि पिछले काफी समय से पश्चिमी उत्तर प्रदेश को अलग राज्य बनाने की मांग की जा रही थी।
संजीव बालियान ने अंतर्राष्ट्रीय जाट संसद में कहा कि यहां की आबादी आठ करोड़ है और उच्च न्यायालय यहां से 750 किलोमीटर दूर है। ऐसे में अलग राज्य की मांग पूरी तरह से जायज है। हालांकि उनके इस बयान पर कई लोगों ने विरोध भी जताया है। संजीव बालियान ने जाटों को राष्ट्रवादी कौम बताते हुए कहा कि राजनीति में सभी को साथ लेकर चलने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि जाटों के बिना गांव में कोई प्रधान भी नहीं बन सकता है। जाट आरक्षण के मामले पर उन्होंने कहा कि यह कहना गलत होगा कि अदालत में सरकार ने आरक्षण के लिए पक्ष मजबूती से नहीं रखा। आगे जो भी आरक्षण की बात करेगा मैं उसके पीछे रहूंगा।
बैठक में केंद्र में ओबीसी वर्ग में आरक्षण देने की मांग की साथ ही बेगम पुल रैपिड स्टेशन का नाम चौधरी चरण सिंह रखने को कहा गया। वहीं पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह, सर छोटू राम और राजा महेंद्र सिंह को भारत रत्न देने और देश की नई संसद भवन में महाराजा सूरजमल का स्मारक लगाने की मांग भी उठाई गई।
इनपुट-एजेंसी