BJP ने कश्मीर में अपने 8 नेताओं को नोटिस जारी किया है। भारतीय जनता पार्टी की अनुशासन समिति ने शुक्रवार को कश्मीर में आठ नेताओं को पार्टी के अनुशासन के खिलाफ गतिविधियों में शामिल होने और पार्टी नेतृत्व में अविश्वास की भावना पैदा करने के लिए नोटिस जारी किया है। इस संबंध में पार्टी मुख्यालय से जीएम मीर, डॉ अली मोहम्मद मीर, अल्ताफ ठाकुर, आसिफ मसूदी, आरिफ राजा, अनवर खान, मंजूर भट और बिलाल पर्रे को नोटिस जारी किया गया है।
पार्टी की तरफ से जारी नोटिस में लिखा था, “जम्मू-कश्मीर भारतीय जनता पार्टी के उपाध्यक्ष सोफी यूसुफ के खिलाफ अनुशासनहीनता की जांच करते समय, अनुशासन समिति को यह पता चला कि आपमें से प्रत्येक के खिलाफ अनुशासन बनाए रखने के लिए प्रतिकूल गतिविधियों में शामिल होने के गंभीर आरोप और अनुशासनहीनता के सबूत हैं।”
नोटिस के मुताबिक, “आपकी गतिविधियों से पार्टी नेतृत्व में अविश्वास की भावना पैदा हुई है। पार्टी में आपकी स्थिति और आपके पिछले योगदान को ध्यान में रखते हुए अनुशासन समिति ने आपको अपने आचरण के लिए बिना शर्त माफी मांगने और भविष्य में ऐसी किसी भी गतिविधि को न दोहराने का एक अवसर देने का निर्णय लिया है, वरना अनुशासन समिति आपके खिलाफ नियमित कार्यवाही शुरू करेगी। साथ ही अनुशासनहीनता के आरोप साबित होने पर आपको आधिकारिक पदों से हटाया जा सकता है और यहां तक कि भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से भी हटाया जा सकता है।”
बीजेपी ने उन आठों विद्रोही नेताओं से बिना शर्त माफी मांगने और यह वचन देने को कहा कि भविष्य में इसे दोहराया नहीं जाएगा और इसे आज से एक सप्ताह के भीतर पार्टी अध्यक्ष को भेजा जा सकता है। इसमें कहा गया है कि नोटिस व्हाट्सएप के माध्यम से दिया जा रहा है और नोटिस की कोई अलग सेवा नहीं होगी। भाजपा अनुशासन समिति में अध्यक्ष के रूप में सुनील सेठी और समिति के सदस्य के रूप में असीम गुप्ता और रेखा महाजन शामिल हैं।
वहीं, दूसरी ओर चुनावी राज्य मध्य प्रदेश में भाजपा ने कई बड़े चेहरों को मैदान में उतारा है। इस बड़े कदम के पीछे गुटबाजी को शुरुआत में ही खत्म करना एक कारण था। पार्टी ने तीन केंद्रीय मंत्रियों, चार सांसदों और एक राष्ट्रीय महासचिव को चुनावी लड़ाई के लिए मैदान में उतारा है। सोमवार को बीजेपी की दूसरी लिस्ट घोषित होने के बाद सत्ता विरोधी लहर और गुटबाजी का सामना कर रही स्टेट यूनिट में असंतोष की लहर जारी है।