राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने महिला आरक्षण बिल पर विवादित बयान दिया है। उन्होंने यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया कि लिपस्टिक और बॉब-कट हेयर स्टाइल वाली महिलाएं महिला आरक्षण विधेयक के नाम पर आगे आएंगी। अब्दुल बारी सिद्दीकी बिहार के मुजफ्फरपुर में एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
हालांकि बाद में उन्होंने यह कहकर स्पष्टीकरण देना चाहा कि उनकी पार्टी शुरू से ही विधेयक का समर्थन कर रही है और वह अपने समर्थकों को समझाने के लिए गाँव की भाषा में बोल रहे थे। आरजेडी वास्तव में विधेयक के सबसे मजबूत आलोचकों में से एक रहा है। हालांकि अब पार्टी ओबीसी महिलाओं को शामिल करने के लिए कोटा के भीतर कोटा की मांग कर रही है।
अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा कि यह आरजेडी की रैली थी जिसमें बहुत सारी ग्रामीण महिला मौजूद थीं। उन्होंने कहा कि उन्होंने अपने समर्थकों को नए कानून के फायदे समझाने के लिए सामान्य ग्रामीण भाषा का इस्तेमाल किया। वहीं केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता कौशल किशोर ने टिप्पणी को अब्दुल बारी की “छोटी मानसिकता” का संकेत बताया।
अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा, “यह उनकी छोटी मानसिकता का परिचायक है। जो महिलाएं चुनकर संसद में आ रही हैं, वे संविधान और कानून पढ़कर आ रही हैं और जनहित की बात कर रही हैं। जिस तरह एक कार में दो पहिए होते हैं, उसी तरह संसद और विधानसभा में महिलाएं और पुरुष मिलकर जनहित के कानून बनाएंगे और इस देश को विकसित भारत बनाने में मदद करेंगे।”
अब्दुल बारी सिद्दीकी की टिप्पणी की इंडिया गठबंधन की सहयोगी जेएमएम ने भी आलोचना की। पार्टी की राज्यसभा सांसद महुआ माजी ने आगाह किया कि ऐसे बयानों से महिलाओं को ठेस पहुंच सकती है। उन्होंने कहा, “हम आज 21वीं सदी में हैं। ऐसे बयान देने से बचना चाहिए जिससे महिलाओं को ठेस पहुंचे। हम भी चाहते हैं कि पिछड़े वर्ग की महिलाएं आगे आएं। हम महिला वर्ग में एससी, एसटी और ओबीसी महिलाओं के आरक्षण की भी बात कर रहे हैं।”