मंगलवार रात बीजेपी ने मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए अपनी दूसरी लिस्ट जारी की। बीजेपी की इस लिस्ट में कई सांसदों के नाम हैं। इन्हीं नामों में से एक नाम है केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का। बीजेपी ने नरेंद्र सिंह तोमर को दिमनी विधानसभा सीट से प्रत्याशी बनाया है। नरेंद्र सिंह तोमर दो बार मुरैना और एक बार ग्वालियर से संसद पहुंच चुके हैं।
बीजेपी द्वारा सांसदों और केंद्रीय मंत्रियों को विधानसभा चुनाव में उतारने के फैसला न सिर्फ कांग्रेस को अपनी रणनीति पर विचार करने के लिए मजबूर करेगा। इसके अलावा बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व का यह फैसला राज्य में कई गुटों में विभाजित पार्टी के चिंता का सबब मालूम पड़ रहा है।
राज्य की सियासत पर नजर रखने वालों की मानें तो नरेंद्र सिंह तोमर को एमपी चुनाव में प्रत्याशी घोषित कर दिया है लेकिन अभी तक सीएम शिवराज के नाम का ऐलान नहीं किया गया है, जिससे राज्य में अटकलों का बाजार गर्म है। नरेंद्र सिंह तोमर पिछले 15 सालों से राज्य की राजनीति से बाहर हैं, वो आखिरी बार साल 2008 में ग्वालियर से विधायक चुने गए थे।
एमपी में बीजेपी कई गुटों में बंटी हुई नजर आती है। राज्य में नरेंद्र सिंह तोमर बीजेपी के पुराने दिग्गजों के बीच सर्वमान्य चेहरा हैं, इसी वजह से कुछ समय पहले बीजेपी ने उन्हें एमपी कैंपेन कमेटी चीफ घोषित किया था। वह राज्य के ग्वालियर-चंबल इलाके से आते हैं, जहां 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को सिर्फ 34 विधानसभा सीटों में सिर्फ 8 सीटों पर जीत दर्ज हुई थी। बीजेपी इस बार यहां चमत्कार की उम्मीद कर रही है।
बीजेपी ने मध्य प्रदेश में अब तक उम्मीदवारों की दो लिस्ट जारी कर दी हैं। इन दो लिस्ट्स में घोषित किए गए कुल 78 प्रत्याशियों में शिवराज सिंह चौहान को जगह नहीं दी गई है। वह साल 2006 से ही बुधनी से चुनाव लड़ रहे हैं। शिवराज समर्थकों की मानें तो सीएम इसी सीट से चुनाव लड़ेंगे। उनके नाम के ऐलान को लेकर ज्यादा अटकलें नहीं लगाई जानी चाहिए।
भारतीय जनता पार्टी सूत्रों की मानें तो राज्य में उम्मीदवारों की पहली दो सूचियों में पार्टी ने उन सीटों पर फोकस किया है, जिन पर वो पिछले चुनावों में हार गई थी। इसी वजह से इन सीटों पर पार्टी ने पहले ही प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है ताकी उन्हें कैंपन का पूरा टाइम मिल सके। दूसरी लिस्ट में बीजेपी 3 केंद्रीय मंत्री और कुल 7 सांसदों का नाम है, इनमें से कई खुद को सीएम उम्मीदवार मान कर चल रहे हैं।
एमपी में सरकार बनाने का दावा कर रही कांग्रेस पार्टी लगातार सीएम शिवराज सिंह चौहान पर हमलावर है। कांग्रेस के नेता रणदीप सुरजेवाला ने सोमवार को भोपाल में कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने अपनी स्पीच में शिवराज सिंह चौहान का नाम नहीं लिया। उन्होंने कहा, “पीएम ने एक बार भी शिवराज सरकार की एक भी स्कीम का नाम नहीं लिया… उन्होंने सीएम का नाम भी नहीं लिया।”
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपनी हर रैली, हर सभा में मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना का जिक्र कर रहे हैं। इस योजना के तहत राज्य सरकार हर महीने 1.3 करोड़ महिलाओं को 1250 करोड़ रुपये देगी। एमपी बीजेपी इस योजना को विधानसभा चुनाव से पहले गेम चेंजर बता रही है।