भाजपा की राष्ट्रीय सचिव पंकजा मुंडे पार्टी द्वारा दरकिनार किए जाने के बाद अब काफी आक्रामक मूड में नजर आ रही हैं। दरअसल पंकजा मुंडे के कारखाने को 19 करोड़ रुपये के जीएसटी बकाया का नोटिस मिला है। नोटिस में लिखा है कि उन्होंने यह जीएसटी नहीं भरा तो उनके कारखाने की संपत्ति को कुर्क किया जाएगा। उनकी चीनी फैक्ट्री पर पड़े छापे के बाद अब वह खुलकर सामने आती दिखाई दे रही हैं। ऐसे में पार्टी के साथ उनके मनमुटाव और दूरियों की खबरें और ज़्यादा चर्चा में हैं।
पंकजा मुंडे ने सोमवार को कहा,“अगर सरकार ने हमारी चीनी मिल की मदद की होती, तो हम संकट से बच सकते थे। जबकि अन्य चीनी मिलों को सरकारी सहायता मिली, हमारी मिलों को नहीं दिया गया, कोविड महामारी और सूखे ने संकट को और बढ़ा दिया। हमने गन्ना किसानों और कर्मचारियों का बकाया भुगतान कराने को प्राथमिकता दी। सात-आठ साल के सूखे के कारण चीनी मिल पूरी तरह घाटे में थी।” महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र के परली में पंकजा की वैद्यनाथ चीनी सहकारी मिल के खिलाफ कार्रवाई लगभग छह महीने पहले शुरू हुई थी।
कार्रवाई का वक्त ऐसा था जब पंकजा मुंडे शिव शक्ति यात्रा के जरिए राजनीति में बढ़-चढ़ का हिस्सा ले रही थीं। 4 सितंबर को शुरू हुई 10 जिलों की इस यात्रा से भाजपा ने खुद को दूर कर लिया था और राज्य के किसी भी नेता ने इसमें भाग नहीं लिया था।
भाजपा अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि भाजपा का पंकजा के बचाव में आने से इनकार करना संगठन के भीतर उनके अलग-थलग होने का संकेत है। हालांकि राज्य भाजपा अध्यक्ष चन्द्रशेखर बावनकुले कहा, “यह सब प्रशासनिक प्रक्रिया का हिस्सा है। जीएसटी आयुक्तालय उन सभी चीनी मिलों को नोटिस भेजता है जिनके बारे में उसे लगता है कि उन पर बकाया है। लेकिन एक बार जब यह स्पष्ट हो जाता है या सटीक स्थिति बता दी जाती है, तो मामला शांत हो जाता है, इसे राजनीति से नहीं जोड़ना चाहिए।”
महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने भी पंकजा मुंडे के साथ बीजेपी के ‘व्यवहार’ पर सवाल उठाया. पटोले ने कहा, “वह दिवंगत गोपीनाथ मुंडे थे जिन्होंने पार्टी का निर्माण किया था और अब भाजपा उनकी बेटी के साथ इस तरह व्यवहार कर रही है जो संगठन के प्रति वफादार रही है।” विपक्ष के हमले से बेपरवाह महाराष्ट्र में भाजपा के शीर्ष नेताओं ने पार्टी सदस्यों से जवाब नहीं देने को कहा है।
पंकजा मुंडे के समर्थकों का मानना है कि उन्हें दरकिनार किया जा रहा है और उनकी सार्वजनिक छवि को नुकसान पहुंचाने के लिए चीनी मिल के खिलाफ कार्रवाई की गई है।
भाजपा के अंदरूनी सूत्रों ने पिछले साल पीएम मोदी के जन्मदिन के अवसर पर बीड जिले के अंबेजोगाई में एक सार्वजनिक सभा में पंकजा की टिप्पणियों को भी याद किया। जिसमें पंकजा मुंडे ने कहा था, “अगर मैं लोगों के दिल और दिमाग में रहती हूं तो कोई भी मुझे राजनीतिक रूप से खत्म नहीं कर सकता। पीएम नरेंद्र मोदी कांग्रेस में व्याप्त वंशवाद को खत्म करना चाहते हैं, मैं भी एक राजनीतिक परिवार से आती हूं, लेकिन अगर मैं लोगों के दिमाग में हूं तो पीएम मोदी भी मेरा राजनीतिक करियर खत्म नहीं कर सकते।” माना जा रहा है कि उनकी इस तरह की अप्रोच ने भी उन्हें पार्टी में अलग-थलग किया है।