तमिलनाडु में बीजेपी को बड़ा झटका लगा है। राज्य की बड़ी पार्टियों में शुमार AIADMK ने खुद को NDA से अलग कर लिया है। AIADMK का एनडीए से अलग होना बीजेपी के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है। बीजेपी की तरफ से अभी तक किसी भी नेता ने इसपर खुलकर कुछ नहीं कहा है। राज्य में बीजेपी के अध्यक्ष के अन्नामलाई से जब न्यूज एजेंसी एएनआई ने इस बारे में सवाल किया तो उन्होंने कहा, “मैं आप से बाद में बात करूंगा, मैं यात्रा के दौरान बात नहीं करता। मैं बाद में बात करूंगा।”
जिस समय AIADMK ने बीजेपी से गठबंधन तोड़ने का ऐलान किया, उस समय अन्नामलाई कोयंबटूर में थे। अन्नामलाई द्वारा मशहूर द्रविड़ हस्ती दिवंगत सी एन अन्नादुरै पर टिप्पणी के बाद से ही AIADMK उनसे माफी की मांग कर रही थी। यही वजह बताते हुए AIADMK ने गठबंधन तोड़ने का ऐलान किया।
कर्नाटक के बीजेपी नेता सीटी रवि ने गठबंधन टूटने के सवाल पर कहा कि चुनाव में अभी 8 महीने बाकी हैं और इतने समय में क्या होगा, हम अभी कुछ नहीं कह सकते। पार्टी को मजबूत करना हर वर्कर की ड्यूटी है। अन्नामलाई के नेतृत्व में पार्टी को मजबूत करने का शानदार काम किया जा रहा है।
AIADMK नेता कोवई सथ्यन ने कहा, ”गठबंधन की पवित्रता के लिए हमने यथास्थिति बनाए रखी। इसके बावजूद अन्नामलाई आग लगाते रहे। उन्होंने हमारे नेताओं और संस्थापकों पर टिप्पणी करना शुरू कर दिया। उन्होंने हमारी विचारधारा की आलोचना करना शुरू कर दिया। हमारी जिस रैली में 15 लाख लोग आए थे, उन्होंने उसकी भी आलोचना की। यह एक ऐतिहासिक इवेंट था… जहां तक तमिलनाडु का संबंध है, यहां BJP को AIADMK की जरूरत है और यह अन्नाद्रमुक नहीं है।”
कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने कहा कि यह एक अच्छा कदम है। अगर उन्होंने NDA और BJP की विचारधारा को समझ लिया है और ये फैसला सोच समझकर लिया है तो ये अच्छा कदम है…बीजेपी अपने सहयोगियों का सम्मान नहीं करती। आपने शिव सेना को जाते देखा, आपने अकाली दल को जाते देखा, यूपी में कई पार्टियों ने उन्हें छोड़ा है।
बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा कि यह उनका मैटर है। इस पर हमारे पर कहने के लिए ज्यादा कुछ नहीं है। तमिलनाडु में डीएमके बहुत मजबूत है। कांग्रेस और डीएमके का गठबंधन मजबूत है। उन्होंने कहा, “कुछ दिन पहले NDA की बैठक हुई थी लेकिन उसका कोई नतीजा नहीं निकला। कोई एजेंडा नहीं था…अगर आप दक्षिण भारत पर नजर डालें तो पाएंगे कि NDA के एक प्रमुख सहयोगी ने गठबंधन छोड़ दिया है। मुझे लगता है कि ये बीजेपी के लिए बड़ा नुकसान होगा. शिवसेना, जदयू और अकाली दल पहले ही गठबंधन छोड़ चुके हैं। इससे साफ पता चलता है कि एनडीए अब बेमतलब है। वहां केवल एक तानाशाह बैठा है और दो लोग देश चला रहे हैं।