UP Police: उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग से एक अनोखा मामला सामने आया है। यहां दो महिला सिपाही ने अपना लिंग परिवर्तन कराने की इजाजत मांगी है। दोनों महिला पुलिस कर्मी अलग-अलग जिलों में तैनात हैं। लिंग परिवर्तन को लेकर दोनों महिला सिपाही ने डीजीपी मुख्यालय पत्र लिखा है।महिला सिपाही ने पत्र में लिंग परिवर्तन कराने की इजाजत मांगी है। इसके बाद पुलिस विभाग के सामने एक बड़ी समस्या पैदा हो गई है। पुलिस अधिकारियों के सामने इस बात की समस्या है कि महिला सिपाही की इस समस्या का समाधान कैसे किया जाए। इस संबंध में डीजीपी मुख्यालय ने शासन को पत्र लिखा है और राय मांगी है।
लिंग परिवर्तन की मांग करने वाली दोनों महिला यूपी के गोरखपुर और गोंडा जिले में तैनात हैं। दोनों ने लिंग परिवर्तन कराकर पुरुष बनने की इच्छा जाहिर की है। डीजीपी मुख्यालय ने महिला आरक्षी के पुरुष बनने की अनुमति दिए जाने से पहले तकनीकी और विधिक पहलुओं को लेकर मंथन शुरू कर दिया है। महिला सिपाही 2019 में उत्तर प्रदेश पुलिस में शामिल हुई थी। डीजीपी को लिखे अपने पत्र में महिला सिपाही ने कहा कि वह महिलाओं की तुलना में पुरुषों के व्यक्तित्व के प्रति अधिक आकर्षित हैं और एक पुरुष के रूप में रहना पसंद करती हैं। वह ऑफिस में पैंट-शर्ट पहनकर जाती हैं और उन्होंने अपने बाल छोटे कर रखे हैं। उसे क्रिकेट खेलना पसंद है।
वैज्ञानिक दृष्टि से लिंग परिवर्तन कोई नई बात नहीं है। इस तरह के मामले पिछले दिनों में कई बार आ चुके हैं, लेकिन यूपी पुलिस की महिला कांस्टेबलों की लिंग परिवर्तन करवाने की अर्जी ने अधिकारियों ने परेशानी में डाल दिया है।वजह महिला आरक्षी की भर्ती और सेवा शर्तें, पुरुष आरक्षी की भर्ती और सेवा शर्तों से बिल्कुल अलग होती हैं। भर्ती के समय महिला और पुरुष आरक्षी के शारीरिक मानक भी अलग होते हैं।
सबसे बड़ा सवाल यह पैदा हो रहा है कि अगर महिला सिपाही को लिंग परिवर्तन कर पुरुष बनने की अनुमति दे दी जाए तो उसकी भर्ती के मानकों और सेवा नियमों को लेकर आने वाली अड़चन को कैसे दूर किया जाएगा? सवाल इस बात का भी है कि यदि महिला आरक्षी को पुरुष बनने की अनुमति दे भी दी जाए तो फिर उस महिला आरक्षी का पुरुष आरक्षी की भर्ती के मानक के अनुरूप कद कैसे बराबर होगा?
आवेदन करने वाली एक महिला सिपाही ने अपनी अर्जी के साथ प्राइवेट डॉक्टर के लिंग परिवर्तन संबंधी मेडिकल रिपोर्ट भी लगाई है। दोनों ही महिला सिपाही ने इस संबंध में हाई कोर्ट का भी दरवाजा खटखटाया है। हालांकि, इस पूरे घटनाक्रम के बाद डीजीपी मुख्यालय की स्थापना विंग ने दोनों महिला सिपाही के लिंग परिवर्तन संबंधी आवेदन को शासन को भेज दिया है, जिसमें विधिक और मेडिकल राय ली जा रही है। अंतिम फैसला शासन स्तर पर ही लिया जाएगा।