कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने एक बार फिर मोदी सरकार के सामने तल्ख तेवर दिखाए हैं। उनकी तरफ से कहा गया है कि हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर जो भी आरोप लगे हैं, उन्हें गंभीरता से लेने की जरूरत है। मीडिया से बात करते हुए जस्टिन ट्रूडो ने दो टूक कहा है कि जो भी आरोप लगे हैं, उनकी जांच होना जरूरी है।
अब यहां पर ये समझना जरूरी है कि कुछ महीने पहले ही खालिस्तानी आतंकी हरीदप सिंह निज्जर की हत्या हो गई थी। उस हत्या पर जस्टिन ट्रूडो ने बड़ा बयान देते हुए कहा था कि भारत सरकार के एजेंट इसमें शामिल हो सकते हैं। उस एक बयान के बाद से ही दोनों देशों के संबंधों में दरार आ गई और एक के बाद एक दोनों तरफ से ही झटके देने का काम किया गया।
मीडिया से बात करते हुए जस्टिन ट्रूडो ने कहा कि हमारे पास भरोसेमंद सूत्रों से खबर है कि कनाडा के नागरिक की हत्या में भारत सरकार के एजेंट का हाथ है। जिस देश में कानून का राज चलता हो, वहां पर ऐसे मामले गंभीर हो जाते हैं। हमारा एक स्वतंत्र न्याय तंंत्र है जो एक्शन लेगा, मैं तो भारत सरकार से अपील करता हूं कि साथ में आएं और सच्चाई को सामने आने दें।
अपने आरोपों को सही बताते हुए ट्रूडो ने इस बात पर भी जोर दिया कि वे तो बस ये बताने का प्रयास कर रहे हैं जब कोई दूसरा देश आपकी धरती पर किसी की हत्या कर देता है तो ये कितना गंभीर मामला बन जाता है। अब इस समय भारत सरकार ने कनाडा के इस रवैये को काफी गंभीरता से लिया है। इसी वजह से कनाडा के नागरिकों का तत्काल प्रभाव से वीजा सस्पेंड कर दिया गया है। जिनका OCI कार्ड है, बस वे ही अब भारत आ पाएंगे।
वैसे जिस हरीदप सिंह निज्जर की हत्या की वजह से सारा विवाद शुरू हुआ है, उसके बारे में भी जानना जरूरी है। हरीदप सिंह निज्जर सिख फॉर जस्टिस संगठन का तो हिस्सा था ही, इसके साथ-साथ उसने खुद का ‘खालिस्तान टाइगर फोर्स’ (KTF) भी बना रखा था। अकेले भारत में उसके खिलाफ 10 FIR दर्ज हैं, 2014 में हुई स्वयंभू आध्यात्मिक नेता बाबा भनियारा की हत्या का भी उसे आरोपी माना जाता है। 2021 में डेरा सच्चा सौदा के अनुयायी मनोहर लाल की हत्या का आरोपी भी ये निज्जर ही बताया गया है।