कार सेक्टर का हैचबैक सेक्टर सबसे ज्यादा डिमांड में रहने वाला सेगमेंट है जिसमें कम बजट वाली माइलेज कार से लेकर प्रीमियम डिजाइन और फीचर्स वाली कार मौजूद हैं। प्रीमियम हैचबैक की मौजूदा रेंज में से एक है Toyota Glanza जो मारुति सुजुकी बलेनो का रीबैज एडिशन है। ग्लैंजा अपने प्रीमियम डिजाइन, कीमत, फीचर्स और माइलेज के चलते काफी लंबे वक्त से मार्केट में मजबूत पकड़ बनाए हुए है।
अगर आप कम बजट में एक प्रीमियम हैचबैक खरीदना चाहते हैं मगर अभी तक कोई सही विकल्प नहीं चुन सकते हैं, तो विकल्प के तौर पर जान लीजिए Toyota Glanza के बेस मॉडल की कंप्लीट डिटेल के साथ उस फाइनेंस प्लान की डिटेल जिसके जरिए ये कार बहुत कम डाउन पेमेंट पर खरीदी जा सकती है।
कीमत के बारे में बात करें तो टोयोटा ग्लैंजा के बेस मॉडल की शुरुआती कीमत 6,81,000 रुपये (एक्स शोरूम, दिल्ली) है और ऑन रोड होने के बाद ये कीमत 7,66,487 रुपये हो जाती है।
टोयोटा ग्लैंजा को अगर कैश पेमेंट मोड में खरीदा जाए तो इसके लिए आपको 7.66 लाख रुपये खर्च करने होंगे। अगर आपके पास इतना बजट नहीं है तो यहां बताए जा रहे फाइनेंस प्लान के जरिए ये प्रीमियम हैचबैक महज 50 हजार देकर भी आपकी हो सकती है।
ऑनलाइन कार फाइनेंस प्लान कैलकुलेटर के मुताबिक, अगर आपके पास 50 हजार रुपये का बजट है, तो इसके आधार पर बैंक 7,16,487 रुपये का लोन जारी कर सकता है और इस लोन अमाउंट पर 9.8 प्रतिशत वार्षिक दर से ब्याज लिया जाएगा।
Toyota Glanza बेस मॉडल पर लोन अप्रूव होने के बाद आपको 50 हजार रुपये की डाउन पेमेंट जमा करनी होगी और उसके बाद बैंक द्वारा निर्धारित 5 साल की अवधि के दौरान हर महीने 15,153 रुपये की मंथली ईएमआई जमा करनी होगी।
इस प्रीमियम हैचबैक को खरीदने के आसान फाइनेंस प्लान की डिटेल को पढ़ने के बाद आप Toyota Glanza बेस मॉडल के इंजन और माइलेज की कंप्लीट डिटेल।
टोयोटा ग्लैंजा में 1197 सीसी का इंजन दिया गया है जो 6000 आरपीएम पर 88.50 बीएचपी की पावर और 4400 आरपीएम पर 113 एनएम का पीक टॉर्क जनरेट करता है। इस इंजन के साथ 5 स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स को जोड़ा गया है। माइलेज को लेकर कंपनी दावा करती है कि ये हैचबैक 22.35 किलोमीटर प्रति लीटर का माइलेज देती है। इस माइलेज को ARAI द्वारा प्रमाणित किया गया है।
Jansatta Expert Advice
Toyota Glanza बेस मॉडल को इस फाइनेंस प्लान के जरिए खरीदने के लिए आपकी बैकिंग और सिबिल स्कोर ठीक होना जरूरी है। अगर आपकी बैंकिंग और सिबिल स्कोर में नेगेटिव रिपोर्ट निकलती है, तो बैंक लोन अमाउंट, डाउन पेमेंट और ब्याज दरों में परिवर्तन कर सकता है।