G20 Summit: जी-20 का आयोजन करके भारत ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियां बटोरी हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक समेत दुनियाभर के नेताओं ने प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ की है। वहीं भारत मंडपम जी-20 के आयोजन का गवाह बना है।
जी-20 समिट का आज दूसरा और अंतिम दिन है। पीएम मोदी कई देशों के राष्ट्राध्यक्षों से बातचीत करेंगे। शिखर सम्मेलन की बैठक से पहले सभी जी20 देशों के नेता राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि राजघाट पहुंचे। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने सभी को अंग वस्त्र पहनाकर स्वागत किया।
प्रधानमंत्री मोदी राजघाट पर जिस जगह खड़े होकर विदेशी मेहमानों का अभिवादन कर रहे थे, उसके पीछे साबरमती आश्रम का मॉडल बना दिखाई दे रहा था। इस दौरान मोदी ने पहले सभी मेहमानों का खादी का अंगवस्त्र पहनाकर स्वागत किया और उसके बाद साबरमती आश्रम के बारे में बताया।
महात्मा गांधी ने साबरमती आश्रम से भारत को आजाद कराने के लिए अंग्रेजों के खिलाफ आंदोलन की शुरुआत की थी। साबरमती आश्रम उस आदर्श का घर बन गया, जिसने भारत को स्वतंत्र बना दिया। साबरमती आश्रम आज प्रेरणा और मार्गदर्शन स्त्रोत के रूप में सेवा करता है।
इससे पहले पीएम मोदी शनिवार को जब जी20 समिट में विश्व के नेताओं का स्वागत कर रहे थे। उस वक्त बैकग्राउंड में ओडिशा के कोणार्क मंदिर का चक्र बना हुआ था। पीएम मोदी ने इस दौरान दुनिया के नेताओं को कोणार्क सूर्य मंदिर और चक्र के बारे में जानकारी दी।
भारत मंडपम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की ओर से डिनर का आयोजन किया गया। इस दौरान वेलकम स्टेज के बैकग्राउंड में नालंदा विश्वविद्यालय की झलक दिखाई दी। प्रधानमंत्री मोदी G20 के कुछ नेताओं को नालंदा के बारे बताया। नालंदा विश्वविद्यालय प्राचीन भारत की प्रगति को दर्शाता है।
इससे पहले ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और उनकी पत्नी अक्षता मूर्ति रविवार सुबह दिल्ली के अक्षरधाम मंदिर में पूजा-अर्चना करने पहुंचे। जी-20 समिट में शामिल होने आए ऋषि सुनक ने अपने इस दौरे को लेकर एक दिन पहले ही सूचना दी थी। अपने ‘हिंदू’ जड़ों पर गर्व जताते हुए सुनक ने शनिवार को उम्मीद जताई थी कि जी-20 शिखर सम्मेलन के बीच उन्हें भारत में एक मंदिर का दौरा करने का समय मिल सके। बताया जा रहा है कि सुनक मंदिर में एक घंटे तक रहेंगे।