2 अक्टूबर को गांधी जयंती है। वहीं गांधी जयंती के दिन दिल्ली में दो बड़े विरोध प्रदर्शन होंगे। पुरानी पेंशन की बहाली की मांग को लेकर देश भर के सरकारी कर्मचारी रविवार को रामलीला मैदान में इकट्ठा हुए और केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन सोमवार को भी जारी रहेगा। वहीं टीएमसी के कार्यकर्ता और नेता भी दिल्ली में विरोध प्रदर्शन के लिए पहुंचे हैं। टीएमसी का आरोप है कि केंद्र सरकार राज्य को उनका हक नहीं दे रही है।
तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभिषेक बनर्जी ने रविवार को कहा कि पश्चिम बंगाल के लोगों के बकाए की मांग को लेकर आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक केन्द्र सरकार राशि जारी नहीं कर देती। महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना (MNREGA) के तहत 100-दिवसीय रोजगार कार्ड धारक अपने बकाए के भुगतान की मांग कर रहे हैं।
अभिषेक बनर्जी ने कहा कि हालांकि राज्य सरकार ने दिसंबर 2022 में लाभार्थियों की सत्यापित सूचियां भेज दी थीं, लेकिन केन्द्र ने अभी भुगतान नहीं किया है। अभिषेक बनर्जी ने कहा, “अगर कोई सौ दिन रोजगार अथवा आवास योजना में भ्रष्टाचार का दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, लेकिन लाभार्थियों के लिए धन क्यों रोक दिया गया?”
वहीं इस प्रदर्शन पर भाजपा का कहना है कि अनियमितताओं के कारण भुगतान रोका गया है। अभिषेक बनर्जी ने हाल में बांकुरा जिले में तीन बच्चों की मौत के बाद केंद्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह की गिरफ्तारी की भी मांग की। उन्होंने दावा किया कि बच्चों के परिवार को सरकारी आवास योजना के तहत वित्तीय सहायता नहीं मिली थी।
पुरानी पेंशन योजना की बहाली की मांग को लेकर देशभर के सरकारी कर्मचारी रामलीला मैदान में प्रदर्शन कर रहे हैं। नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम (NMOPS) के नेता विजय कुमार बंधु ने कहा कि विरोध प्रदर्शन इसलिए हुआ क्योंकि हमारी टीम का मानना था कि अगर केंद्र सरकार इसे (ओपीएस) मंजूरी दे देती है, तो इसकी जिम्मेदारी राज्य सरकार पर नहीं होगी। एक बयान में एनएमओपीएस ने कहा कि अगर केंद्र सरकार पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) को बहाल नहीं करती है, तो वे आगामी लोकसभा चुनाव से पहले इसकी बहाली की मांग के लिए “वोट फॉर ओपीएस” नामक एक अभियान चलाएंगे।