मणिपुर में हालात एक बार फिर खराब दिखाई दे रहे हैं। जहां दो छात्रों की हत्या के बाद आक्रोश दिखाई दिया है। केंद्रीय जांच एजेंसियों ने चार आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया है। एनआईए ने शनिवार को म्यांमार और बांग्लादेश स्थित आतंकी संगठनों द्वारा भारत सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने की अंतरराष्ट्रीय साजिश से संबंधित एक मामले में पहाड़ी जिले चुराचांदपुर से 51 वर्षीय एक व्यक्ति को गिरफ्तार भी किया है। हत्या के मामले में चार आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम (आईटीएलएफ) समेत अन्य आदिवासी संगठन विरोध में उतर आए हैं और इन संगठनों ने चुराचांदपुर जिले में सोमवार 2 अक्टूबर सुबह 10 बजे से पूर्ण बंद का आह्वान किया है।
चुराचांदपुर में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा दो नाबालिगों सहित कुकी समुदाय के व्यक्तियों की गिरफ्तारी के जवाब में चुराचांदपुर में विभिन्न नागरिक समाज संगठनों की एक संयुक्त बैठक हुई। इसके बाद फैसला लिया गया कि 2 अक्टूबर, 2023 को सुबह 10 बजे से अनिश्चितकालीन बंद किया जाएगा। यह फैसला इन संगठनों के प्रतिनिधियों के बीच विचार-विमर्श के बाद लिया गया है। बैठक के दौरान कई प्रस्ताव भी रखे गए हैं।
इस दौरान सबसे बड़ा फैसला बंद को लेकर लिया गया है। इसके अलावा जिन्हें गिरफ्तार किया गया है उन्हें जल्द रिहा किए जाने की मांग रखी गई है। एनआईए और सीबीआई से औपचारिक रूप से सात व्यक्तियों को 48 घंटे की अवधि के भीतर रिहा करने का अनुरोध किया गया है। ऐसा नहीं किया जाने की स्थिति में नागरिक समाज संगठनों ने मणिपुर के सभी पहाड़ी जिलों में और जोरदार विरोध प्रदर्शन की चेतावनी दी है।
बॉर्डर को सील करने की चेतावनी भी इस दौरान दी गई है। इन संगठनों ने कहा है कि अगले दिन से मैतेई समुदाय से जुड़ने वाले सभी सीमा क्षेत्रों को सील कर दिया जाएगा। इस कार्रवाई का उद्देश्य इन बफर जोन के अंदर और बाहर व्यक्तियों की आवाजाही को प्रतिबंधित करना है। इसके अलावा, इस अवधि के दौरान सभी सरकारी कार्यालय बंद रहेंगे।