NCP vs NCP: लोकसभा चुनाव 2024 में पवार बनाम पवार की लड़ाई होने जा रही है। अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) गुट ने महाराष्ट्र की बारामती लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने का दावा किया है। अजित गुट के इस दावे के बाद तीन बार की सांसद सुप्रिया सुले की प्रतिक्रिया सामने आई है। सुले ने कहा कि वो इस चुनौती के लिए तैयार हैं, वो किसी भी व्यक्ति से इस सीट से मुकाबला करने में सक्षम हैं। बारामती सीट पवार परिवार का पारंपरिक गढ़ रहा है।
सुप्रिया सुले ने शनिवार को द इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए कहा, ‘यह लोकतंत्र है और उनकी महायुति मेरे खिलाफ उम्मीदवार उतारने जा रही। अजित पवार द्वारा एनसीपी के कर्जत सत्र (Karjat Session) में घोषणा करने के एक दिन बाद सुले ने यह बात कही।
यह पूछे जाने पर कि अजित पवार ने उनके खिलाफ उम्मीदवार खड़ा करने का फैसला क्यों किया। इस सवाल के जवाब में सुले ने कहा, ”मैं इसका जवाब नहीं दे सकती… आप इस बारे में उनसे पूछ सकते हैं। यह उनका फैसला है… मैं हैरान नहीं हूं… मैं विरोधियों के बारे में नहीं सोचती, मैं अपने काम के बारे में सोचती हूं।’
अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा को बारामती से मैदान में उतारे जाने की अटकलों के बीच सुले ने कहा कि वह सम्मानजनक लड़ाई के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा, ‘मुझे नहीं पता कि वह मेरे खिलाफ चुनाव लड़ेंगी या नहीं…मैं लोकतंत्र में विश्वास करती हूं। एक सम्मानजनक लड़ाई होनी चाहिए।’
सुले ने कहा कि वह अपने भाई (अजित पवार) के फैसले से आश्चर्यचकित नहीं हैं। सुले ने कहा कि जब शरद पवार ने भी इसके बारे में सुना तो उन्होंने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। इसमें प्रतिक्रिया करने की क्या बात है? आख़िरकार हम एक लोकतंत्र में रह रहे हैं। लोग निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र हैं। मैं लोकतंत्र का सम्मान करती हूं। मैं वास्तव में यही कहना चाहती हूं।’ सुप्रिया ने आगे कहा कि अजित गुट की घोषणा के बाद उनके कैंप में कोई दहशत नहीं है।
लोकसभा में अक्सर महाराष्ट्र से जुड़े कई मुद्दे उठाने वाली सुले ने कहा, ”मैं लोकतंत्र का सम्मान करती हूं। मैं लोगों की सेवा करने और उनके हित में और उनके कल्याण के लिए नीतियां बनाने के लिए राजनीति में हूं… मैं 53 साल की परिपक्व राजनीतिज्ञ हूं… मैं संसद में टॉपर रही हूं।’
इस बीच, अजित पवार खेमे के सूत्रों ने कहा कि उन्होंने बारामती से सुले को हटाने के लिए एक विस्तृत योजना का मसौदा तैयार किया है। एक एनसीपी नेता ने कहा, ‘बारामती में जीत अजित पवार की क्षमता को साबित करेगी, जिनके पास 2024 के चुनावों के बाद मुख्यमंत्री बनने का मौका है। अजित पवार का अब एकमात्र सपना मुख्यमंत्री बनना है। वह 20 साल से उप मुख्यमंत्री रहते-रहते थक गए हैं। अपने राजनीतिक लाभ के लिए अपनी बहन को हराना उनके लिए कोई मायने नहीं रखेगा।’
सुले ने 2009 से लगातार तीन बार बारामती सीट जीती है। 2014 को छोड़कर जब महादेव जानकर ने उन्हें शुरुआती दौर में कड़ी टक्कर दी थी। बारामती लोकसभा सीट उनके पिता शरद पवार ने अपनी बेटी सुप्रिया सुले के छोड़ी थी। शरद पवार, अजित पवार और सुप्रिया सुले अब तक बारामती से कभी नहीं हारे हैं।