कनाडा के कमिश्नर संजय कुमार वर्मा का अमेरिका और कनाडा को लेकर बयान सामने आया है। उन्होंने कहा है कि अमेरिका ने खालिस्तानी अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की कथित हत्या की साजिश में ‘भारतीय कनेक्शन’ को लेकर कुछ ‘कानूनी सबूत’ दिए हैं लेकिन कनाडा ने हरदीप सिंह निज्जर की हत्या से जुड़े केवल आरोप साझा किए थे। उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका द्वारा जिस ‘भारतीय कनेक्शन’ की बात कही गई है उसका मतलब भारत सरकार से कनेक्शन नहीं हैं बल्कि भारत में रह रहे कुछ लोगों से इसे जोड़कर देखा गया है। यह पहली बार है कि किसी वरिष्ठ भारतीय अधिकारी को इस तरह का बयान देना पड़ा है।
पिछले हफ्ते अमेरिका ने गुरपतवंत सिंह पन्नू को देश की धरती पर मारने की एक साजिश को नाकाम कर दिया था। अमेरिकी अधिकारियों ने इस संबंध में भारत के समक्ष चिंता जताई थी कि शायद भारत सरकार को इस साजिश की जानकारी हो सकती है। कनाडा में हुई हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद भारत-कनाडा के संबंध काफी खराब हो गए थे, इसकी अहम वजह कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो का बयान था जिसमें वह निज्जर की हत्या के पीछे भारत का हाथ बता रहे थे।
ब्रिटेन के दैनिक फाइनेंशियल टाइम्स में पिछले हफ्ते एक रिपोर्ट आने के कुछ ही घंटों के भीतर अमेरिका ने गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश को विफल कर दिया था और इस साजिश में शामिल होने की चिंताओं पर भारत को चेतावनी जारी की थी। जिसके बाद भारत की ओर से कहा गया कि इसे गंभीरता से लिया गया है।
कनाडाई टीवी चैनल सीटीवी को दिए एक इंटरव्यू में कनाडा के कमिश्नर संजय कुमार वर्मा ने अमेरिकी इनपुट के बारे में पूछे जाने पर कहा, “वे इनपुट अमेरिका में गैंगस्टरों, ड्रग तस्करों, आतंकवादियों और बंदूक चलाने वालों के बीच एक सांठगांठ हैं, और ऐसी धारणा है कि कुछ भारतीय भी इसमें शामिल हैं, जैसा अमेरिका ने दावा किया है, इसके मुताबिक भारत जांच के लिए तैयार हैं। क्योंकि हमें ऐसे इनपुट मिले हैं, जो कानूनी रूप से पेश करने योग्य हैं।”