नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 750 करोड़ की संपत्ति जब्त कर ली है। इसमें एजेएल की प्रॉपर्टी 661.69 करोड़ बताई जा रही है, वहीं यंग इंडिया की 90.21 करोड़ की संपत्ति इक्विटी शेयर के रूप में चल रही है। इस कार्रवाई से कांग्रेस खासा नाराज हो गई है और उसे आगामी चुनाव से जोड़ने का काम कर दिया गया है।
वैसे ईडी ने अपने इस एक्शन के बारे में एक्स प्लेटफॉर्म पर विस्तार से बताया है। कहा गया है कि नेशनल हेराल्ड से जुड़ी दोनों ही कंपनियों ने मनी लॉन्ड्ररिंग के जरिए पैसा कमाया है। इसी वजह से जांच एजेंसी ने एजेएल की मुंबई-दिल्ली वाली कई प्रॉपर्टी फ्रीज कर ली हैं। ईडी के इस एक्शन पर कांग्रेस नेताओं का कहना है कि बीजेपी को हार का डर है, उसी वजह से इस तरह की कार्रवाई की जा रही है।
जानकारी के लिए बता दें कि नेशनल हेराल्ड वाला मामला इसलिए ज्यादा बड़ा बन जाता है क्योंकि इसके साथ सोनिया से लेकर राहुल गांधी का नाम भी जुड़ा हुआ है। इसके अलावा जांच एजेंसी ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से भी पूछताछ कर रखी है।
जानकारी के लिए बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार(3 अगस्त, 2022) को दिल्ली में हेराल्ड हाउस भवन में यंग इंडियन कार्यालय को सील कर दिया था। कार्यालय के बाहर रखे गए आदेश में लिखा गया कि एजेंसी से पूर्व अनुमति के बिना परिसर नहीं खोला जाएगा। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने नेशनल हेराल्ड मामले के संबंध में दिल्ली में 12 जगहों पर छापेमारी के एक दिन बाद यह कार्रवाई भी की थी, जिसमें कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं पर मानदंडों के उल्लंघन करने का आरोप है।
केस की बात करें तो बीजेपी नेता और वरिष्ठ वकील सुब्रमण्यम स्वामी ने 2012 में ट्रायल कोर्ट में याचिका दायर कर आरोप लगाया था कि कुछ कांग्रेसी नेताओं ने गलत तरीके से यंग इंडियन लिमिटेड (वाईआईएल) के जरिए एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड का अधिग्रहण किया है। उन्होंने आरोप लगाया था कि यह सब कुछ दिल्ली में बहादुर शाह जफर मार्ग पर स्थित हेराल्ड हाउस की 2000 करोड़ रुपये की बिल्डिंग पर कब्जा करने के लिए किया गया। साजिश के तहत यंग इंडियन लिमिटेड को टीजेएल की संपत्ति का अधिकार दिया गया।