उत्तराखंड के उत्तरकाशी में सुरंग हादसे के बाद बचाव अभियान में मदद के लिए पहुंचे अंतरराष्ट्रीय टनल एक्सपर्ट अर्नोल्ड डिक्स (Arnold Dix) ने कहा कि हम उन लोगों को बाहर निकालने जा रहे हैं। उत्तरकाशी में सिल्क्यारा सुरंग में हादसे में फंसे मजदूरों को बचाने के अभियान में हिस्सा लेने के लिए इंटरनेशनल टनलिंग अंडरग्राउंड स्पेस के अध्यक्ष प्रोफेसर अर्नोल्ड डिक्स उत्तराखंड पहुंचे। 12 नवंबर को उत्तरकाशी में सिल्क्यारा सुरंग का एक हिस्सा ढह गया था। रेस्क्यू ऑपरेशन में मदद के लिए DRDO की रोबोटिक्स टीम भी पहुंच गयी है।
उत्तरकाशी सुरंग हादसे में फंसे मजदूरों को बाहर निकालने के लिए बचाव अभियान के तहत भारी मशीनें सिल्कयारा सुरंग में पहुंच गई हैं। टनल एक्सपर्ट अर्नोल्ड डिक्स ने कहा, “हमने यहां सुरंग के ऊपर जो देखा है और जो हम जानते हैं कि सुरंग के अंदर क्या हो रहा है, इसके बारे में हम जानते हैं। हम उन 41 लोगों को बचा रहे हैं और ऐसा करते समय हम किसी को भी चोट नहीं पहुंचने देंगे।”
टनल एक्सपर्ट ने आगे कहा, “यहां टीम बचाव पर इतना ध्यान केंद्रित कर रही है कि किसी और को चोट न पहुंचे। फिलहाल, यह सकारात्मक दिख रहा है। हम सभी एक टीम हैं और पूरी दुनिया हमारे साथ है। यह अच्छा दिख रहा है लेकिन हमें यह तय करना होगा कि क्या यह वास्तव में अच्छा है या यह एक जाल है। यह बहुत सकारात्मक लग रहा है क्योंकि मेरे साथ हिमालय भूविज्ञान के सर्वश्रेष्ठ विशेषज्ञ हैं। हमें तुलना करने की आवश्यकता है। यह किसी भी जटिल काम की तरह है जहां हमें चारों ओर देखना होता है, ऊपर से नीचे तक। हम सभी एक टीम हैं और पूरी दुनिया हमारे साथ है।”
#WATCH | Uttarkashi (Uttarakhand) tunnel rescue operation | International Tunneling Expert, Arnold Dix says “It is looking good, but we have to decide whether it is actually good or is it a trap. It is looking very positive as we have the best experts in Himalayan geology with… pic.twitter.com/IcnmHjGfRw
वहीं, दूसरी ओर प्रधानमंत्री मोदी ने सोमवार को एक बार फिर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फोन पर बात करके निर्माणाधीन सिल्क्यारा सुरंग में पिछले आठ दिनों से फंसे श्रमिकों को सुरक्षित निकालने के लिए जारी बचाव और राहत कार्यों के बारे में जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री ने उनसे कहा कि केंद्र सरकार द्वारा बचाव कार्य में उपयोग के लिए आवश्यक उपकरण और संसाधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं। केंद्र और राज्य की एजेंसियों के परस्पर समन्वय से श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया जाएगा। प्रधानमंत्री ने फंसे श्रमिकों का मनोबल बनाए रखने की जरूरत पर भी जोर दिया।
मुख्यमंत्री धामी ने उन्हें यह भी बताया कि उन्होंने खुद मौके पर जाकर निरीक्षण किया है और बचाव कार्यों पर भी लगातार नजर रखे हुए हैं। उन्होंने कहा कि सुरंग के अंदर फंसे सभी मजदूर सुरक्षित हैं और उन्हें जल्द बाहर निकलने की पूरी कोशिश की जा रही है। उन्होंने बताया कि मौके पर कई मेडिकल टीम तैनात कर दी गई हैं।
12 नवंबर को हुए सुरंग हादसे के बाद से अब तक प्रधानमंत्री तीन बार मुख्यमंत्री से स्थिति की जानकारी ले चुके हैं। प्रधानमंत्री कार्यालय की टीम भी मौके का निरीक्षण कर चुकी है और लगातार स्थिति पर नजर बनाये हुए है। चारधाम सड़क परियोजना के तहत यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर बन रही साढ़े चार किलोमीटर लंबी सिलक्यारा सुरंग का एक हिस्सा ढहने से उसके अंदर काम कर रहे 41 श्रमिक फंस गए जिन्हें निकाले जाने के लिए युद्धस्तर पर बचाव और राहत अभियान जारी है।