कनाडा में मारे गए खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर के मामले में एक बार फिर भारत ने कनाडा से इस मामले में सबूत मांगे हैं। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि भारत हत्या से जुड़ी जांच से इनकार नहीं कर रहा है लेकिन उसे अपने दावों को साबित करने के लिए पर्याप्त सबूत पेश करने चाहिए। कनाडा ने आरोप लगाया है कि निज्जर ही हत्या भारतीय एजेंट ने की है। बता दें कि इन दिनों जयशंकर ब्रिटेन के दौरे पर हैं। उन्होंने एक कार्यक्रम के दौरान तमाम मुद्दों पर खुलकर अपनी बात रखी।
एस जयशंकर ने कनाडा को आईना दिखाते हुए कहा कि हमें लगता है कि कनाडा की राजनीति में हिंसक और अतिवादी राजनीति को जगह मिली है। यह भारत में हिंसक तरीकों से अलगाववाद की बात करता है। ऐसे लोगों ने कनाडा की राजनीति में भी जगह बना ली है। जयशंकर ने कहा कि ऐसे लोगों के पास बोलने की आजादी है लेकिन इसके साथ एक जिम्मेदारी भी मिलती है।
बता दें कि भारत ने 2020 में निज्जर को आतंकवादी घोषित कर दिया था। सितंबर में उसकी कनाडा में हत्या कर दी गई। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भारत पर निज्जर की हत्या कराने का आरोप लगाया था। इसके बाद से ही दोनों देशों के बीच रिश्ते तनावपूर्ण हो गए थे। भारत ने ट्रूडो के आरोपों को बेतुका और राजनीति से प्रेरित बताकर खारिज कर दिया है।
एस जयशंकर ने चीन पर कहा कि 2020 में हुई घातक झड़प ने दोनों देशों के रिश्ते को खराब कर दिया है। उन्होंने कहा कि चीन ने वास्तविक नियंत्रण रेखा(एलएसी) पर सैनिकों को इकट्ठा नहीं करने के समझौते का पालन नहीं किया, क्योंकि उन्होंने जोर देकर कहा कि समझौते का पालन नहीं करने के ऐसे कृत्यों का विश्वसनीयता के संदर्भ में परिणाम होता है। एस जयशंकर ने कहा कि भारत और चीन की सभ्यताएं दुनिया की सबसे पुरानी सभ्यताओं में से एक हैं। उन्होंने कहा कि कुछ ऐसी चीजें हैं, जिन्हें पहचानने की जरूरत है। हम दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था और जनसंख्या के मामले में सबसे बड़े हैं।