इजरायल और हमास के बीच युद्ध जारी है। इज़रायली टैंक लगभग अल-शिफा अस्पताल के गेट पर हैं और परिसर को घेर रहे हैं। इस बीच भारत में फिलिस्तीन के राजदूत अदनान अबू अलहैजा ने सोमवार को कहा कि अस्पताल में ईंधन खत्म हो रहा है और इनक्यूबेटर पर छह बच्चों की मौत हो गई है। साथ ही छह अन्य की मौत ICU में हुई है।
अबू अलहैजा ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया, “अस्पताल में बिजली नहीं है, इसलिए ऑक्सीजन नहीं है। डॉक्टर ऑपरेशन थिएटर में नहीं, बल्कि एक सामान्य कमरे में और फर्श पर ऑपरेशन कर रहे हैं क्योंकि बिजली नहीं है और तीन तरफ से सेना ने अस्पताल को घेर लिया है।” गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता अशरफ अल-किदरा ने रॉयटर्स को बताया कि अस्पताल की घेराबंदी और बिजली की कमी के कारण पिछले तीन दिनों में तीन नवजात शिशुओं सहित 32 मरीजों की मौत हो गई।
अपने एक बयान में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि पिछले 48 घंटों में अल-शिफा अस्पताल (गाजा में सबसे बड़ा चिकित्सा परिसर) पर कथित तौर पर कई बार हमला किया गया है, जिसमें कई लोग मारे गए और कई अन्य घायल हो गए। इसमें कहा गया है, “बमबारी से ICU को नुकसान हुआ है, जबकि अस्पताल के वे क्षेत्र जहां विस्थापित लोग शरण लिए हुए थे, वे भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं।”
भारत में फ़िलिस्तीन के राजदूत अबू अलहैजा के अनुसार लगभग 7,000 लोगों ने सुरक्षित आश्रय के रूप में अस्पताल में शरण ली है। अस्पताल में लोग फर्श पर हैं। उन्होंने कहा, “यह एकमात्र अस्पताल नहीं है जो प्रभावित हुआ है। उत्तरी गाजा में हमारे अधिकांश अस्पतालों में ईंधन नहीं है।”
अबू अलहैजा ने कहा कि अब तक लगभग 14,000 लोग मारे जा चुके हैं; जबकि मारे गए लोगों में से लगभग 11,300 रजिस्टर्ड हैं और लगभग 3,000 ऐसे हैं जो इमारतों के मलबे के नीचे हैं। ऐसे में जब उनसे भारत से उनकी अपेक्षाओं के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ”मुझे भारत से कोई उम्मीद नहीं है। मैंने उन्हें कई बार फोन किया है। उन्होंने कुछ नहीं किया। इसलिए मैं उनसे कोई उम्मीद नहीं कर रहा हूं।”
अबू अलहैजा ने शुक्रवार को अमेरिकी विदेश मंत्री एंथनी ब्लिंकन और रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन के साथ विदेश मंत्री एस जयशंकर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की बैठक की ओर इशारा करते हुए कहा, “हमने भारत-अमेरिका 2+2 बयान देखा है जहां वे इजरायल का समर्थन कर रहे हैं। इसलिए मैं भारत से कोई उम्मीद नहीं कर रहा हूं।”