छत्तीसगढ़ में 90 सीटों के लिए हो रहे विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान मंगलवार को हो गया। निर्वाचन आयोग के मुताबिक पहले चरण में 20 सीटों के लिए मतदान कराए गए। प्रदेश के 11 जिलों की इन विधानसभा सीटों पर कुल 76.4 प्रतिशत वोटिंग हुई। सुरक्षित और शांतिपूर्ण मतदान कराने के दावों के बीच नक्सली हिंसा की घटनाएं भी सामने आई हैं। प्रदेश की मुख्य निर्वाचन अधिकारी रीना बाबा साहेब कंगाले ने बुधवार को रायपुर में प्रेस कांफ्रेस के दौरान यह जानकारी दी।
मीडिया के साथ बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि आयोग ने मतदान कराने के लिए विभिन्न क्षेत्रों में भेजे गए 16 मतदान दल अभी तक लौटकर नहीं आए हैं। अब भी उनका इंतजार किया जा रहा है।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रीना बाबा साहेब कंगाले ने प्रथम चरण के निर्वाचन की जानकारी साझा करते हुए बताया कि प्रदेश में कुल 223 उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में बंद हो गई है।चुनाव के दौरान ईवीएम खराब होने की भी शिकायतें आई, जिसके बाद 62 EVM बदले गए। उन्होंने बताया कि इस बार के चुनाव के लिए 126 नए मतदान केंद्र स्थापित किए गए थे। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के मुताबिक प्रथम चरण के मतदान के दौरान 3 स्थानों पर नक्सली मुठभेड़ की घटनाएं हुईं।
निर्वाचन आयोग की प्रेस कांफ्रेंस में बताया गया कि चित्रकोट में 68.3 प्रतिशत और चांदमेटा में 62.90 फीसदी मतदान हुआ। वहीं कोंटा मनकापाल में 70 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। उन्होंने बताया कि 16 मतदान दल अब भी वापस नहीं लौटे हैं। उन्हें वापस लाया जा रहा है। 156 दलों को चॉपर से भेजा गया था। 2 घायल सुरक्षाकर्मियों को दिल्ली एम्स भेजा गया है।