बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनसंख्या नियंत्रण को लेकर बिहार विधानसभा में दिए गए विवादित बयान पर हंगामा मच गया है। राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) की अध्यक्ष रेखा शर्मा और शिवसेना (UBT) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी के बीच भी इस मुद्दे पर ठन गई है। महिला आयोग ने विवादित बयान पर माफी की मांग की है। साथ ही इसे महिलाओं के अधिकारों को लेकर असंवेदनशील करार दिया है।
NCW अध्यक्ष रेखा शर्मा ने प्रियंका चतुवेर्दी, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और AAP नेता आतिशी को टैग करते हुए INDIA गठबंधन के नेताओं से बयान की निंदा करने और नीतीश कुमार से माफी की मांग करने का आग्रह किया। रेखा शर्मा ने कहा था, “अच्छा होगा कि महिला हितों के चैंपियन प्रियंका चतुर्वेदी, प्रियंका गांधी वाड्रा, बरखा दत्ता, आतिशी और उनके मित्र नीतीश कुमार के इस बयान की निंदा करें और उनसे माफी की मांग करें।”
My not so Dear Priyanka ji do you remember how you showed your inability to do anything against a leader who was once upon a time in your party when I showed you all the proofs of his deeds? How unbiased you were..remember? https://t.co/9s9rt1E3x1
वहीं, महिला आयोग प्रमुख की यह बात प्रियंका चतुर्वेदी को पसंद नहीं आई। उन्होंने कहा, “राजनीति से प्रेरित मैडम मैं महिलाओं के लिए इस्तेमाल की जाने वाली किसी भी ऐसी भाषा की स्पष्ट रूप से निंदा करती हूं जो अपमानजनक है, चाहे मेरी राजनीति कुछ भी हो। बयान भले ही किसी सहयोगी के द्वारा क्यों नहीं दिया गया हो। साथ ही मुझे यह भी यकीन है कि सीएम नीतीश कुमार अपने शब्दों पर दोबारा गौर करेंगे और माफी मांगेंगे।”
शिवसेना सांसद ने आगे कहा, “जहां तक मुझे याद है जब भी हमने आपसे महिलाओं के लिए खड़े होने की उम्मीद की तो आपने चुप्पी साथ ली थी। NCW अध्यक्ष के रूप में अपनी कुर्सी के लिए एक बड़ा नुकसान किया।” रेखा शर्मा ने भी जवाब देते हुए लिखा, “प्रियंका जी, क्या आपको याद है कि आपने एक ऐसे नेता के खिलाफ कुछ भी करने में असमर्थता दिखाई थी जो एक समय आपकी पार्टी में था। मैंने आपको उसके खिलाफ सभी सबूत भी दिखाए थे। आप कितनी पक्षपाती थीं, याद है?”
वहीं, भाजपा ने भी नीतीश कुमार की टिप्पणी की आलोचना करते हुए उनके इस्तीफे की मांग की। बीजेपी ने उनकी टिप्पणी को ‘नारी के प्रति सर्वाधिक द्वेषपूर्ण, अश्लील और पितृसत्तात्मक’ करार दिया। केंद्रीय मंत्री और बिहार भाजपा के वरिष्ठ नेता अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि नीतीश कुमार ने अपनी टिप्पणी से लोकतंत्र की गरिमा और मर्यादा को धूमिल किया है। भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि विधानसभा के अंदर नीतीश कुमार द्वारा इस्तेमाल की गई भाषा सर्वाधिक अश्लील, अभद्र, स्त्रियों के प्रति सर्वाधिक द्वेषपूर्ण, लैंगिक और पितृसत्तात्मक है।
बिहार के मुख्यमंत्री ने जनसंख्या को नियंत्रित करने में महिलाओं की शिक्षा के महत्व पर जोर देते हुए राज्य विधानसभा में उदाहरण पेश किया था कि कैसे एक शिक्षित महिला अपने पति को संबंध बनाने के दौरान रोक सकती है। सीएम ने कहा था, “पति के कृत्यों के कारण ज्यादा बच्चे जन्म लेते हैं। हालांकि, एक शिक्षित महिला जानती है कि उसे कैसे रोकना है। यही कारण है कि जन्म लेने के मामलों में कमी आ रही है।”