इजरायल और हमास के बीच में जारी जंग और ज्यादा तेज हो चुकी है। गाजा पट्टी में तो इजरायल ने अपने हमले और ज्यादा भीषण कर दिए हैं। जोर देकर कहा जा रहा है कि आने वाले दिनों में जमीन पर कार्रवाई और ज्यादा तेज होने जा रही है। अब इस बीच मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी ने पीएम मोदी से फोन पर बात की है। उस बातचीत में उन्होंने आम नागरिकों की सुरक्षा पर चिंता जाहिर की।
बताया जा रहा है कि पीएम मोदी ने सैन्य अभियान से आम लोगों के जीवन पर पड़ रहे असर पर विस्तार से बात की। पूरे क्षेत्र की सुरक्षा को लेकर भी पीएम मोदी ने अपने विचार रखे। अब पीएम मोदी ने तो अपने मन की बात की ही, मिस्र के राष्ट्रपति ने भी अहम मुद्दों पर अपने विचार रखे। उनके प्रवक्ता ने कहा कि राष्ट्रपति ने चिंता जाहिर की कि इस जंग की वजह से जमीन पर मानवीय हालत बिगड़ जाएंगे। जोर देकर कहा गया कि युद्ध रोकने के लिए हर संभव कदम उठाने पड़ेंगे।
मिस्र के राष्ट्रपति ने अपनी बातचीत में मानवीय सहायता का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने युद्ध विराम की पैरवी की और प्रभावित इलाकों में जल्द से जल्द राहत सामग्री पहुंचाने की वकालत की। अब इससे पहले पीएम मोदी ने इसी युद्ध को लेकर इजरायल और फिलिस्तीन के नेताओं से भी बात कर रखी है। एक तरफ भारत इस बार इजरायल का समर्थन करता दिख रहा है तो वहीं दूसरी तरफ बातचीत के जरिए युद्ध रोकने की अपील भी करता दिख रहा है।
इस युद्ध की बात करें तो ये सात अक्टूबर को उस समय शुरू हुआ था जब हमास ने अचानक से इजरायल के कई नागरिकों को मौत के घाट उतार दिया था। सेना के कई अधिकारियों का भी अपहरण किया गया था। उसके बाद ही इजरायल ने भी हमास के खात्मे की कसम खाई थी और देखते ही देखते ये भीषण युद्ध शुरू हो गया। अभी तक दोनों ही तरफ से हजारों लोगों की मौत हो चुकी है, गाजा पट्टी में जंग निर्णायक मोड़ पर जाती दिख रही है। इजरायल साफ कर चुका है कि वो गाजा में जमीनी कार्रवाई करने जा रहा है। इसी वजह से युद्ध और ज्यादा विस्फोटक बन गया है और हालात और बीतते दिन के साथ और ज्यादा बिगड़ते दिख रहे हैं।