इजरायल और हमास के बीच 18 दिनों से युद्ध जारी है। गाजा पट्टी पर बीते 24 घंटे में इजरायल की ओर से किए गए हवाई हमलों में 700 से अधिक लोगों की मौत हो गयी। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को यह जानकारी दी। गाजा पर जारी इजरायली बमबारी में एक दिन में मरने वालों की यह अब तक की सबसे अधिक संख्या है। वहीं, इजरायल के युद्धग्रस्त क्षेत्र से बचकर आई एक महिला ने वहां के हालात बताए। बंधक ने कहा कि हम वहां नरक से गुजरे। महिला ने कहा कि इजरायल ने हमास की धमकी को गंभीरता से नहीं लिया।
7 अक्टूबर को, जब हमास ने इजरायल पर अपना विनाशकारी हमला शुरू किया योचेवेद लिफशिट्ज (Yocheved Lifshitz) उन लोगों में से एक थीं जिन्हें गाजा में बंधक बना लिया गया था। मंगलवार को उन्हें और एक अन्य महिला को फिलिस्तीनी एन्क्लेव में दो हफ्ते की कैद के बाद रिहा कर दिया गया। वहीं, लगभग 220 बंधक अभी भी हमास के हाथों में हैं।
तेल अवीव अस्पताल के बाहर व्हीलचेयर पर बैठी 85 वर्षीय महिला ने संवाददाताओं से कहा, “मैं नर्क से गुजर चुकी हूं, हमने नहीं सोचा था या पता था कि हम इस स्थिति में पहुंच जाएंगे।” सीएनएन को यह बताते हुए कि अपहरण कैसे हुआ योचेवेद ने हिब्रू में कहा, “जब वे गाजा की ओर जा रहे थे तो मेरी तरफ से एक मोटरसाइकिल पर मेरा अपहरण कर लिया गया था।” उनकी बेटी ने बताया कि कैसे उसका सिर मोटरसाइकिल के एक तरफ था जबकि उसके पैर दूसरी तरफ लटक रहे थे।
चेवेद ने संवाददाताओं से कहा किमोटरसाइकिल के पीछे लटकाए जाने और लाठियों से वार किए जाने के बाद उन्हें अंडरग्राउंड कर दिया गया था। उन्होंने बताया, “वे गीली ज़मीन पर कुछ किलोमीटर तक चले, नीचे सुरंगों का एक विशाल नेटवर्क है। यह मकड़ी के जाले जैसा दिखता है।” 85 वर्षीय व्यक्ति ने कहा कि डॉक्टर बंधकों का इंतजार कर रहे थे क्योंकि उन्हें शुरू में 25 के समूहों में विभाजित किया गया था और फिर बाद में 5 के छोटे समूहों में विभाजित किया गया था। उनके समूह में किबुत्ज़ के अन्य व्यक्ति शामिल थे।
योचेवेद ने बताया, “जैसे ही हम वहां पहुंचे लोगों ने हमें बताया कि वे कुरान में विश्वास करने वाले लोग हैं और वे हमें नुकसान नहीं पहुंचाएंगे और हमें वही स्थितियां मिलेंगी जो उन्हें सुरंगों में मिलती हैं।” उन्होंने कहा कि वहां गार्ड और एक पैरामेडिक और एक डॉक्टर थे जो इस बात का ध्यान रखते थे कि हमें वही दवा मिलेगी जिसकी हमें जरूरत है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने मंगलवार को कहा कि गाजा में इजरायली हवाई हमलों में बढ़ोतरी के बीच क्षेत्र के लगभग दो-तिहाई अस्पतालों ने काम करना बंद कर दिया है। डब्ल्यूएचओ ने कहा कि इजरायली सेना की कार्रवाई के बाद से कुल 72 स्वास्थ्य सुविधाओं में से 46 ने काम करना बंद कर दिया है। इसके साथ 35 अस्पतालों में से 12 बंद हो चुके हैं। फिलीस्तीनी स्वास्थ्य अधिकारियों ने भी कहा कि इजरायली घेराबंदी के कारण बिजली जनरेटर के लिए ईंधन की कमी, साथ ही हवाई हमलों से हुई क्षति के कारण कई स्वास्थ्य सुविधाओं को बंद करना पड़ा है। गाजा के स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि पिछले दिनों इजरायली हवाई हमलों में 700 से अधिक लोग मारे गए हैं।