कनाडा ने भारत में मौजूद अपने 41 राजनयिकों को वापस बुला लिया है। कनाडा की विदेश मंत्री मेलानी जोली ने गुरुवार को राजनयिकों को बुलाने की जानकारी दी। उन्होंने यह भी कहा कि कनाडा जवाबी कार्रवाई नहीं करेगा। खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का आरोप भारत पर लगाने के बाद से ही दोनों देशों के रिश्तों में तनाव पैदा हो गया था।
विदेश मंत्री जोली ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि भारत की कार्रवाई की वजह से हमारे राजनयिकों की सुरक्षा को देखते हुए हमने भारत से उन्हें बुला लिया है। उन्होंने कहा कि अगर हम राजनयिक प्रतिरक्षा के लिए बनाए गए नियम को टूटने देते हैं, तो दुनिया में कोई भी राजनयिक सुरक्षित नहीं रहने वाला है। इस वजह से हम भारत की कार्रवाई पर कोई रिस्पांस नहीं देने वाले हैं। जिन 41 राजनयिकों ने भारत छोड़ा है, उनके साथ 42 ऐसे भी लोग हैं, जो उनके परिवार के सदस्य हैं।
बता दें कि 18 सितंबर को हाउस ऑफ कॉमन्स में कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के बयान के बाद दोनों देशों के रिश्ते में खटास आ गई। ट्रूडो ने अपने देश की संसद में कहा था कि हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले में भारतीय एजेंसियों की संलिप्ता की जांच कर रही है। इसके बाद कनाडा ने भारतीय राजनयिक को निष्कासित कर दिया था। भारत ने ट्रूडो के दावे को खारिज करते हुए इसे राजनीति से प्रेरित बताया।
इसके बाद भारत ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए कनाडाई राजनयिक को देश छोड़ने का आदेश दिया। यहीं से भारत-कनाडा के बीच रिश्तों के बिगड़ने की शुरुआत हुई। इसके बाद अक्टूबर के पहले हफ्ते में खबर आई कि भारत ने नई दिल्ली में मौजूद कनाडा के 41 राजनयिकों को कहा है कि वह देश छोड़कर चले जाएं। भारत में कनाडा के कुल मिलाकर 62 राजनयिक हैं।
इनपुट- भाषा