बिहार के बक्सर जिले में रघुनाथपुर स्टेशन के पास बुधवार को दिल्ली-कामाख्या नार्थ ईस्ट एक्सप्रेस के कई डिब्बे पटरी से उतर गए। इस रेल दुर्घटना में चार लोगों की मौत हो गई और 40 लोग घायल हो गए। रेलवे के एक शीर्ष अधिकारी ने गुरुवार को यह जानकारी दी। हादसे के बाद भारतीय रेलवे ने 10 ट्रेनों को रद्द कर दिया और 21 ट्रेनों के मार्ग परिवर्तित कर दिए गए हैं।
पूर्व मध्य रेलवे जोन द्वारा जारी किए गए एक बयान के अनुसार, जिन ट्रेनों को रद्द किया गया है उनमें पटना-पुरी स्पेशल (03230), सासाराम-आरा स्पेशल (03620), भभुआ रोड एक्सप्रेस स्पेशल (03617), पटना – डीडीयू मेमू पास स्पेशल (03203), पटना-बक्सर मेमू पास स्पेशल (03375) शामिल हैं। इसके अलावा दो ट्रेनों को आंशिक रूप से रद्द किया गया है जो पटना-डीडीयू एक्सप्रेस (13209) और डीडीयू-पटना एक्सप्रेस (13210) हैं, दोनों ट्रेन आरा तक ही चलेंगी। जिन ट्रेनों के मार्ग परिवर्तित किये गये है उनमें रक्सौल अंत्योदय एक्सप्रेस (15548), डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस (15945), मगध एक्सप्रेस (20802), बरौनी एक्सप्रेस (19483), आसनसोल एसएफ एक्सप्रेस (12362), गुवाहाटी पूर्वोत्तर संपर्क क्रांति एक्सप्रेस (22450), ब्रह्मपुत्र मेल (15657) सहित अन्य ट्रेनें शामिल हैं।
ट्रेन हादसे के कारण दिलदारनगर में सीमांचल एक्सप्रेस, दरौली में मेमो पैसेंजर, सिक्किम महानंदा एक्सप्रेस धीना में खड़ी हो गई। इसके अलावा पुणे दानापुर, बाबा बैद्यनाथ एक्सप्रेस, विक्रमशिला एक्सप्रेस सहित अन्य ट्रेनें पीडीडीयू जंक्शन पर खड़ी रहीं। दिलदारनगर सेक्शन के यातायात निरीक्षक संजय प्रसाद ने बताया कि बिहार के रघुनाथपुर स्टेशन पर नार्थ ईस्ट एक्सप्रेस के डिरेल होने से डाउन लाइन में ट्रेनें खड़ी हैं। ट्रैक क्लीयर होने के बाद ही परिचालन शुरू होगा।
#WATCH बिहार: बक्सर जिले के रघुनाथपुर रेलवे स्टेशन पर नॉर्थ ईस्ट सुपरफास्ट ट्रेन के 21 डिब्बे पटरी से उतर जाने के बाद बचाव कर्मी कार्य पर लगे हुए हैं। दुर्घटना में 4 लोगों की मृत्यु की पुष्टि हुई है। pic.twitter.com/hYaiggFW4U
नॉर्थईस्ट फ्रंटियर रेलवे के CPRO सब्यसाची डे ने कहा, ” बचाव अभियान पूरा हो गया है। घटनास्थल से सभी यात्रियों को रेस्क्यू कर लिया गया है। 4 लोगों के हताहत होने की सूचना है। जांच शुरु कर दी गई है जो लाइनें अभी बंद हैं, उन्हें बहाल करने का काम चल रहा है।” वहीं, ट्रेन दुर्घटना पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा, “जैसे ही घटना की जानकारी मिली वहां बचाव कार्य शुरू हो गया। हादसे में 4 लोगों की मृत्यु हो गई है। एक मृतक बिहार का रहने वाला था। हम सभी की सहायता करेंगे। मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपए और घायलों को 50-50 हजार रुपए दिए जाएंगे।”
कामाख्या रेलवे स्टेशन के स्टेशन अधीक्षक एके सिन्हा ने कहा, “कामाख्या रेलवे स्टेशन पर एक हेल्पलाइन नंबर (03612674857) जारी किया गया है। इस नंबर पर लोग जानकारी ले सकते हैं।” बक्सर पुलिस ने कहा कि यह घटना रात करीब नौ बजकर 50 मिनट पर हुई जब ट्रेन बक्सर स्टेशन से रवाना हुई और बक्सर से करीब 40 किलोमीटर दूर रघुनाथपुर रेलवे स्टेशन के पास पहुंची थी। ट्रेन के कई डिब्बे पटरी से उतर गए, जिससे कई यात्री घायल हो गए। रेलवे पुलिस बल के एक अधिकारी ने बताया कि घायलों को स्थानीय अस्पतालों में भर्ती कराया गया है और गंभीर रूप से घायल लोगों को पटना स्थित एम्स ले जाया गया है।
पूर्व मध्य रेलवे के महाप्रबंधक तरुण प्रकाश राहत कार्यों का जायजा लेने के लिए रघुनाथपुर पहुंचे हैं। उन्होंने कहा, “उचित जांच के बाद ही डिब्बों के पटरी से उतरने का कारण सामने आ पाएगा। फिलहाल हमारी प्राथमिकता पटरी को खाली कराना है। जब तक सामान्य यातायात बहाल नहीं हो जाता, ट्रेनों का मार्ग परिवर्तित रहेगा।” रेल पटरी को किसी तरह का नुकसान पहुंचाए जाने के सवाल पर प्रकाश ने कहा कि जांच पूरी होने के बाद ही हम संभावित कारण पर बात कर सकते हैं। ट्रेन के उन सभी यात्रियों को बृहस्पतिवार तड़के एक राहत ट्रेन से रवाना किया गया, जो आगे की यात्रा करने की स्थिति में थे। पटरियों को साफ करने के लिए क्रेन और धातु काटने वाले उपकरणों का इस्तेमाल किया जा रहा है।
रेल हादसे पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोशल मीडिया मंच X पर कहा कि ट्रेन के डिब्बों के पटरी से उतरने के मूल कारण का पता लगाया जाएगा। वैष्णव ने जानमाल के नुकसान पर संवेदना व्यक्त की। मंत्री ने कहा कि राहत और बचाव अभियान पूरा हो गया है और सभी डिब्बों की जांच की गई है।