बिहार की नीतीश सरकार फिलहाल जातिगत सर्वे का आंकड़ा सामने रखने के बाद खुश है। माना जा रहा है कि इस रिपोर्ट से नीतीश कुमार को EBC, OBC के चैंपियन होने की अपनी कहानी को मजबूत करने का मौका मिला है। एक तरफ बिहार में भाजपा ने जहां जाति सर्वेक्षण को समर्थन दिया है, वहीं वह इसकी कार्यप्रणाली पर सवाल भी उठाए हैं। द इंडियन एक्सप्रेस के साथ एक इंटरव्यू में बिहार भाजपा अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने इसे विभाजनकारी रणनीति कहा है।
इस सवाल के जवाब में बिहार भाजपा अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने सरकार की मंशा पर सवाल उठाए। उन्होने लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार पर जमकर प्रहार किए। सम्राट चौधरी ने का कि क्षेत्रीय दल राजनीतिक कारणों से जाति से चिपके रहना चाहते हैं। लालू प्रसाद यादव मुस्लिम और यादवों को एकजुट करना चाहते थे, लेकिन उनके कल्याण के लिए शायद ही कुछ किया। नीतीश को विकास करने वाले सीएम के रूप में देखा जाता था, लेकिन जाति सर्वेक्षण ने उनकी विश्वसनीयता पर संदेह जताया है।
सम्राट चौधरी ने कहा कि सर्वे का डेटा प्रामाणिक नहीं है, 1931 में जब ब्रिटिश प्रतिष्ठान ने जाति जनगणना की तो हमें इसे स्वीकार करना पड़ा क्योंकि हम स्वतंत्र नहीं थे लेकिन आज? आज हमें अपनी जाति की संख्या और आर्थिक स्थिति को पूरी प्रमाणिकता के साथ जानने का अधिकार है। आधार कार्ड बनाते समय हमारी निजी जानकारी ले ली गई थी, लेकिन हमें पता था कि सरकारी अधिकारी क्या जानकारी एकत्र कर रहे हैं। बिहार जाति सर्वेक्षण में विवरण सही भरा गया है या नहीं, इसकी हमें जानकारी नहीं है, उदाहरण के लिए हर परिवार के मुखिया को गणनाकारों द्वारा दर्ज किए गए विवरणों के बारे में सूचित करने के लिए एक ओटीपी प्रणाली हो सकती थी।
सम्राट चौधरी ने कहा कि हम अब भी जाति सर्वेक्षण का तहे दिल से समर्थन करते हैं। हमें केवल डेटा एकत्र करने के लिए लगे तंत्र के बारे में जानकारी न दिए जाने को लेकर आपत्ति है। सर्वे में कई खामियां हैं और पारदर्शिता की कमी है।
जिस तरह से राज्य के मुख्य सचिव ने कहा कि सर्वेक्षण रिपोर्ट की समीक्षा करने की कोई आवश्यकता नहीं है, उससे भी हम नाखुश हैं। हर जगह सुधार की गुंजाइश होती है।
इस सवाल के जवाब में वह कहते हैं कि सर्वे से विपक्ष कुछ देर की खुशी में है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी अब ओबीसी और ईबीसी की बात कर रहे हैं। 55 सालों से ज्यादा समय तक देश पर शासन करने के बाद कांग्रेस ने पहले इन समुदायों के बारे में क्यों नहीं बोला? जाति सर्वेक्षण हिंदुत्व का मुकाबला कर सकता है के सवाल पर सम्राट चौधरी ने कहा कि यह बकवास है और विपक्ष को इससे कुछ हासिल नहीं होगा, मजबूर होने पर क्षेत्रीय पार्टियां इस तरह की हरकतें करती हैं।