फिलिस्तीनी संगठन हमास के इजराइल पर हमले के बाद से दुनिया के कई देशों में फिलिस्तीनी और इजराइल समर्थकों के बीच झड़पें शुरू हो गई हैं। दोनों देशों के समर्थक जगह-जगह प्रदर्शन कर रहे हैं। सोमवार शाम को ब्रिटेन की राजधानी लंदन में इजराइली दूतावास के बाहर बड़ी संख्या में फिलिस्तीनी समर्थक अपने देश के झंडे लेकर इजराइल के खिलाफ प्रदर्शन किए और धार्मिक नारे लगाए। कुछ लोगों ने वहां पटाखे भी फोड़े। इस दौरान दोनों देशों के समर्थकों के बीच हाई स्ट्रीट केंसिंग्टन ट्यूब स्टेशन के पास झड़प भी हुई। हालांकि मौके पर पुलिस के पहुंच जाने से किसी तरह की कोई हिंसा नहीं होने पाई। पुलिस ने ऐहतियातन कुछ लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
इस बीच प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने फिलिस्तीनी हमास को आतंकवादी बताते हुए इजराइल पर हमले का जिम्मेदार बताया। उन्होंने साफ किया कि ब्रिटेन इजराइल का पूरा समर्थन करता है। गृहमंत्री सुएला ब्रेवरमैन ने सड़कों पर उपद्रव करने वाल फिलिस्तीनी समर्थकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कही है और चेतावनी दी है कि उनके खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जाएगी।
रविवार को इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ बातचीत के दौरान सुनक ने फिर से पुष्टि की कि ब्रिटेन ‘घातक आतंकवादी कृत्यों’ के खिलाफ ‘स्पष्ट रूप से’ इजराइल के साथ खड़ा है। सुनक ने बाद में नेतन्याहू के साथ अपने बातचीत का अपडेट ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए घोषणा की कि ‘आतंकवाद प्रबल नहीं’ होगा। ‘
एक्स’ पर पोस्ट किये गये एक वीडियो संदेश में सुनक ने कहा, ‘‘पिछले 36 घंटे में हमने इजराइल में जो दृश्य देखे हैं, वे वाकई भयावह हैं। मैंने आज पहले प्रधानमंत्री नेतन्याहू से बात की और उन्हें ब्रिटेन के दृढ़ समर्थन का आश्वासन दिया क्योंकि इज़राइल इन हमलों के खिलाफ खुद का बचाव कर रहा है। आतंकवाद प्रबल नहीं होगा।’’
स्कॉटलैंड यार्ड ने भी चेतावनी दी है कि लंदन की सड़कों पर अपराध की किसी भी रिपोर्ट के प्रति बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करने का रुख अपनाएगा। इस बीच, विपक्षी लेबर पार्टी ने भी आतंकवादी हमलों की दोबारा निंदा करते हुए कहा कि पार्टी “इजरायल के लोगों के साथ खड़ी” है।