इजरायल के पूर्व पीएम और प्रमुख विपक्षी नेता यायर लापिड का कहना है कि हमास का हमला वाकई भौचक करने वाला रहा। हमारी सबसे बड़ी कमजोरी उनकी सबसे बड़ी ताकत बन गई, जिसकी वजह से सैकड़ों इजरायली मारे गए। लापिड का मानना है कि हमास के हमले का बखूबी जवाब दिया जा सकता था। बहुत से लोगों की जान बचाई भी जा सकती थी, अगर हमारी इंटेलीजेंस चाकचौबंद रहती।
NDTV से विशेष बातचीत में लपिड ने कहा कि ये समय राजनीति करने का नहीं है। सरकार हो या विपक्ष सभी को इस समय एक बात ध्यान में रखनी चाहिए कि ये संकट देश पर है। ये संकट लोगों पर है। हम सभी को एक साथ रहकर हमास के हमले का मुंहतोड़ जवाब देना चाहिए। उनका कहना था कि हमारी सेना जोरदार हमला कर रही है। हमास को ये बता दिया जाएगा कि उन्होंने बड़ी गलती कर दी है। लापिड का कहना था कि हमास को ये बात ध्यान में रखनी चाहिए कि इंटेलीजेंस फेलियर हमेशा नहीं होने वाला है। ये गलती एक बार की थी जो हो गई।
हालांकि बीते दिन खबर थी कि इजरायल में इमरजेंसी गवर्नमेंट बनाने के लिए तमाम राजनीतिक दलों में बात चल रही है। समाचार पत्र हारेत्ज की रिपोर्ट के मुताबिक प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू तथा विपक्षी नेता यायर लापिड और बेनी गैंट्ज ने शनिवार को इस बारे में बात की थी। उन्होंने नेतन्याहू की सरकार में शामिल होने की संभावना पर चर्चा की। एक सवाल के जवाब में लापिड ने कहा कि इस समय देश की सुरक्षा अहम है। इमरजेंसी यूनिटी गवर्नमेंट कोई बड़ा मुद्दा नहीं है। हम पहले देश पर आए संकट से तो निबट लें। उसके बाद राजनीति पर चर्चा कर लेंगे। पिछले साल दिसंबर में नेतन्याहू के सत्ता में लौटने से पहले लापिड ही इजरायल के प्रधानमंत्री थे।
गौरतलब है कि हमास ने शनिवार को इजरायल पर औचक हमला कर दिया था, जिसमें सैकड़ों लोगों की मौत हो गई। इजराइल ने भी जवाबी कार्रवाई की। इसमें भी बहुत से लोगों के मारे जाने की खबर है। मौत का आंकड़ा हजारों में पहुंच चुका है।