लोकसभा चुनाव 2024 से पहले कांग्रेस पार्टी ने मोदी सरकार के सामने जातीय गणना का कार्ड फेंका है। सोमवार को CWC की मीटिंग के बाद मीडिया से बातचीत में राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी द्वारा शासित राज्यों में जातीय जनगणना होगी। उन्होंने कहा कि CWC में इस बारे में सर्वसम्मति से फैसला होगा। राहुल गांधी ने कहा कि CWC ने एकजुट होकर देश में जातीय गणना करवाने के समर्थन में फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि यह एक प्रोग्रेसिव स्टेप है। हमारे मुख्यमंत्री भी इस बारे में विचार कर रहे हैं और एक्शन ले रहे हैं।
राहुल गांधी ने कहा, “आज CWC की 4 घंटे तक जातिगत जनगणना पर चर्चा हुई। CWC ने एक निर्णय लिया है, हमारे मुख्यमंत्रियों ने भी निर्णय लिया है कि वे भी अपने राज्यों में जातिगत जनगणना को आगे बढ़ाएंगे।” उन्होंने आगे कहा, “कांग्रेस अध्यक्ष ने, हमारी सबसे बड़ी निर्णय लेने वाली कार्य समिति ने निर्णय लिया है कि हम जातिगत जनगणना करवाएंगे और BJP को इसे करवाने पर भी ज़ोर डालेंगे और अगर वे नहीं करते हैं तो उन्हें पीछे हट जाना चाहिए क्योंकि देश जातिगत जनगणना चाहता है। INDIA गठबंधन इसका समर्थन करेगी।”
चार घंटे हमारी जातीय जनगणना पर चर्चा हुई। CWC ने मिलकर एक ऐतिहासिक फैसला किया है। कमरे में मौजूद सभी लोगों ने जातीय जनगणना को सपोर्ट किया। हमारे मुख्यमंत्रियों ने भी फैसला किया है कि वो भी जातीय जनगणना को आगे बढ़ाएंगे। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि कांग्रेस ने तय किया है कि जातीय गणना का न सिर्फ समर्थन करेंगे बल्कि बीजेपी पर इसे करवाने का दबाव भी डालेंगे, अगर उन्होंने नहीं किया तो उन्हें परे हो जाना चाहिए क्योंकि देश जातीय जनगणना चाहता है। इंडिया गठबंधन में ज्यादातर सियासी दल इस बात के पक्ष में हैं कि जातीय जनगणना करवाई जाए।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आगे कहा कि आज दो हिंदुस्तान बन रहे हैं, एक अडाणी वाला और दूसरा सबका। जातिगत जनगणना साफ दिखाएगी कि हिंदुस्तान में कितने और कौन लोग हैं, हमें यह पता लग जाएगा कि कितने लोग हैं और धन किसके हाथ में हैं। शायद इसमें हमारी भी ग़लती है जो कि हमने पहले नहीं की लेकिन हम उसे पूरा करके दिखाएंगे।