महाराष्ट्र बीजेपी के अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा है कि बीजेपी के वर्कर और नेताओं की दिली तमन्ना है कि देवेंद्र फडणवीस ही सूबे के सीएम बनें। लेकिन फैसले बीजेपी का पार्लियामेंट्री बोर्ड करेगा। हमारे हाथ में कुछ नहीं है। हम सभी नेताओं की भावनाओं का सम्मान करते हैं।
दरअसल, बावनकुले संपर्क से समर्थन कैंपेन के दौरान मीडिया से रूबरू थे। उन्होंने एक सवाल के जवाब में ये बात कही। उनसे पूछा गया था कि क्या डिप्टी सीएम अजित पवार सूबे के सीएम बनने की रेस में हैं। उनका कहना था कि हर दल चाहता है कि उसका नेता ही सीएम बने। शिवसेना की इच्छा एकनाथ शिंदे को सीएम की कुर्सी पर देखने की है तो एनसीपी चाहती है कि अजित पवार सीएम बने। ऐसा ही बीजेपी का हर छोड़ा बड़ा नेता चाहता है कि देवेंद्र फडणवीस सीएम बनें।
बालनकुले का कहना है कि 2024 में हमारा गठबंधन दमदार प्रदर्शन करने जा रहा है। शिवसेना, एनसीपी के साथ मिलकर बीजेपी महाराष्ट्र की अधिकांश सीट जीतने जा रही है। उनका कहना था कि हमने आम चुनाव और महाराष्ट्र चुनाव के मद्देनजर महाविजय 2024 कैंपेन शुरू कर दिया है। इसके तहत हम डोर टू डोर कैंपेन कर रहे हैं।
वैसे देखा जाए तो कम विधायक वाली पार्टी को सीएम की कुर्सी बीजेपी पहले भी दे चुकी है। बिहार में जदयू के विधायकों की तादाद बीजेपी से कहीं कम थी। इसके बाद भी सीएम की कुर्सी नीतीश कुमार को दी गई। दरअसल पार्टी को पता था कि अगर नीतीश को सीएम की कुर्सी न मिली तो गठबंधन खतरे में पड़ सकता है। इसी वजह से दोस्ती बचाने के लिए ज्यादा सीटें जीतने के बावजूद नीतीश को सीएम बनाया गया।
महाराष्ट्र में भी कुछ इसी तरह की स्थिति थी। हालांकि देवेंद्र फडणवीस डिप्टी सीएम नहीं बनना चाहते थे। लेकिन सूबे के सियासी हालात को देखकर केंद्रीय नेतृत्व ने फैसला किया कि सीएम की कुर्सी एकनाथ शिंदे को दी जाए। हालांकि बीजेपी की तुलना में शिंदे गुट के विधायकों की संख्या काफी कम थी। लेकिन गठबंधन के मद्देनजर शिंदे को सूबे की कमान सौंपी गई।