सीरिया के होम्स शहर में मिलिट्री एकेडमी पर गुरुवार को ड्रोन हमला हुआ। इसमें 80 लोगों के मारे जाने की खबर है, वहीं 240 से अधिक लोगों के घायल होने की सूचना भी है। अल जज़ीरा की रिपोर्ट के मुताबिक, स्वास्थ्य मंत्री हसन अल-गबाश ने कहा कि मरने वालों में 6 बच्चों सहित नागरिक और सैन्यकर्मी शामिल हैं। मरने वालों की संख्या और बढ़ सकती है क्योंकि घायलों में से कई की हालत गंभीर है
सीरिया के मध्यवर्ती शहर होम्स में सेना के एक ‘पासिंग आउट परेड’ समारोह के दौरान ड्रोन हमले में 80 लोग मारे गए और 240 से ज्यादा घायल हो गए। एक स्वास्थ्य अधिकारी ने यह जानकारी दी। यह हाल के वर्षों में सीरियाई सेना पर सबसे घातक हमलों में से एक था। सीरिया में पिछले तेरह वर्षों से संघर्ष जारी है।
होम्स शहर के स्वास्थ्य निदेशक डॉ. मुसलेम अल-अतासी ने कहा कि इन हमलों से होम्स में हो रहे समारोह पर असर पड़ा, क्योंकि समारोह समापन की ओर था। उन्होंने बताया कि घायलों में आम नागरिक और सैन्यकर्मी दोनों शामिल हैं। अल-अतासी ने बताया कि कई घायलों की हालत गंभीर है और उनका इलाज सीरिया के तीसरे सबसे बड़े शहर होम्स के कई अस्पतालों में किया जा रहा है।
सीरिया की सेना ने पहले एक बयान में कहा कि विस्फोटकों से युक्त ड्रोन ने युवा अधिकारियों और उनके परिवारों को निशाना बनाया। उन्होंने किसी विशेष समूह का नाम लिये बिना, हमले के लिए ज्ञात अंतरराष्ट्रीय ताकतों द्वारा समर्थित विद्रोहियों पर आरोप लगाया। हालांकि, अभी तक किसी भी संगठन ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। सीरिया के सरकारी टेलीविजन ने कहा कि सरकार ने शुक्रवार से तीन दिन के शोक की घोषणा की है।
सीरियाई सेना ने कहा, “वह इन आतंकवादी संगठनों को पूरी ताकत और निर्णायकता से जवाब देगी, चाहे वे कहीं भी मौजूद हों।” सीरिया का संकट मार्च 2011 में राष्ट्रपति बशर असद की सरकार के खिलाफ शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन के साथ शुरू हुआ, लेकिन प्रदर्शनकारियों पर सरकार की क्रूर कार्रवाई के बाद जल्द ही यह गृहयुद्ध में बदल गया। ड्रोन हमले के बाद, सीरियाई सरकारी बलों ने विद्रोहियों के कब्जे वाले उत्तर-पश्चिम के इदलिब प्रांत के गांवों पर गोलाबारी की। वहां किसी के हताहत होने की फिलहाल कोई खबर नहीं है।