असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने रविवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए पूछा कि वह एनसीपी चीफ शरद पवार की गौतम अडानी के साथ बैठकों पर ‘चुप’ क्यों हैं। असम के मुख्यमंत्री ने इसे सुविधा की राजनीति बताते हुए कहा, “राहुल गांधी के दोस्त शरद पवार को अडानी के घर पर देखा गया था। अब क्या वह शरद पवार के खिलाफ बोलेंगे? आप राहुल गांधी के दोहरे चरित्र का अंदाजा लगा सकते हैं, आज अगर मैं अडानी के साथ दिख जाता तो वो मुझे खत्म कर देते. लेकिन जब शरद पवार अडानी के साथ नजर आ रहे हैं तो वह कोई टिप्पणी क्यों नहीं कर रहे हैं?”
शरद पवार विपक्षी गठबंधन इंडिया का हिस्सा हैं और इंडिया गठबंधन लगातार अडानी और मोदी के रिश्तों और भाजपा सरकार की आर्थिक नीतियों को लेकर सवाल उठाता रहा है। शनिवार को शरद पवार ने कथित तौर पर अहमदाबाद में अडानी के कार्यालय और आवास का दौरा किया। इस साल की शुरुआत में अप्रैल में अडानी ने दक्षिण मुंबई में पवार के निवास सिल्वर ओक का दौरा किया था।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा,“उन्होंने एक सम्मेलन में गरीबी और आइडिया ऑफ इंडिया के अपने तथाकथित विचार के बजाय व्यवसायी के बारे में बोलने का फैसला किया। आप कल्पना कर सकते हैं कि वह कितना हताश हैं।”
राहुल गांधी ने असम के प्रतिदिन मीडिया नेटवर्क द्वारा आयोजित एक कॉन्क्लेव में बोलते हुए कहा था, “कृपया जाकर भारत के किसी भी व्यवसायी से पूछें कि अगर वे किसी विपक्षी पार्टी का समर्थन करते हैं तो उनका क्या होता है।” जहां राहुल गांधी ने कांग्रेस पार्टी के सामने आ रहे आर्थिक संकट और मीडिया के अटैक पर भी बात की थी।