सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ अपने बेलाग अंदाज के लिए जाने जाते हैं। जब वो हल्के मूड़ में होते हैं तो उनकी कोर्ट नंबर 1 में भी एक अलग ही माहौल दिखाई देने लग जाता है। हाल ही में एक ऐसा ही वाकया पेश आया। सीजेआई सुबह सुप्रीम कोर्ट आए तो अपनी कोर्ट में लिस्ट केसों की सुनवाई करने लगे। एक केस में उन्होंने वकीलों से अपनी बात रखने को कहा तो एक महिला वकील उनके सामने आकर बोलीं कि Passover दे दीजिए।
लेडी एडवोकेट की दलील थी कि सीनियर रास्ते में हैं। थोड़ी देर में पहुंच जाएंगे। सीजेआई बोले कि आप बहस तो शुरू कीजिए। मुझे पता है कि सीनियर जल्दी आने वाले हैं। वकील ने जवाब में कहा कि नहीं आप उनके आने तक दूसरे केस को सुन लीजिए। जब सीनियर आ जाएंगे तो आप इस केस को सुन लीजिएगा।
सीजेआई ने फिर से हल्के मूड़ में कहा कि आप अपनी दलील रखनी शुरू कीजिए। मुझे पता है कि सीनियर को जब ये बात पता चलेगी तो फिर वो और ज्यादा जल्दी आ जाएंगे। फिर क्या था उसके बात कोर्ट नंबर 1 में अलग ही माहौल देखने को मिला। वहां मौजूद वकीलों और बेंच के बाकी जस्टिसेज के चेहरों पर मुस्कान छा गई। कोर्ट रूम में मौजूद कोई भी शख्स खुलकर हंसे बिना नहीं रह सका। हो भी क्यों ना सीजेआई ने बात इसी अंदाज में कही थी।
हालांकि सीजेआई अक्सर ही हल्के मूड़ में नहीं होते। वो सिस्टम के खिलाफ तीखे फैसले लेने के लिए भी जाने जाते हैं। OROP के मामले में उन्होंने सरकार के शीर्ष स्तर को भी सीधे चेतावनी दे दी थी। सॉलिसिटर जनरल को उन्होंने यहां तक कह दिया था कि हमारे फैसले में रोड़ा न अटकाएं। टॉप मोस्ट को भी बता दीजिएगा कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला लागू नहीं किया तो वो किसी को छोड़ने वाले नहीं हैं। ये एक अकेला मसला नहीं है जब वो तल्ख दिखे। बार चीफ से भी कोर्ट रूम में उनकी तकरार हो चुकी है। सुप्रीम कोर्ट की जमीन के मसले पर जब बार चीफ को तारीख नहीं मिली तो उन्होंने जस्टिसेज के घर तक जाने की बात कही। बस फिर क्या था, सीजेआई हत्थे से उखड़ गए। उनका गुस्सा देखकर लोग सहम गए।