पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस समय 12 दिन के दुबई और स्पेन दौरे पर हैं। नवंबर में होने जा रहे बिजनेस समिट के लिए सीएम द्वारा तममा बड़े नेताओं को आमंत्रण भेजा जा रहा है। इसी कड़ी में ममता बनर्जी की मुलाकात श्रीलंका के राष्ट्ररपति रानिल विक्रमसिंघे से भी हुई। अब कहने को वो मुलाकात औपचारिक थे, उसके कारण अलग थे, लेकिन वहां पर एक बड़ा सियासी सवाल पूछ लिया गया।
असल में श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने ममता बनर्जी ने पूछा क्या वे इंडिया गठबंधन का नेतृत्व करने जा रही हैं। इस सवाल पर हंसते हुए सीएम ने सिर्फ इतना कहा कि अगर जनता ने मौका दिया तो जरूर वे सत्ता में आ जाएंगे। ममता ने अपनी उस मुलाकात को लेकर विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि वे श्रीलंका के राष्ट्रपति से बात कर काफी खुश हुईं। उन्हें खुद श्रीलंका आने का निमंत्रण भी दिया गया।
यहां ये समझना जरूरी है कि ममता बनर्जी 12 दिनों के लिए किसी निजी छुट्टी पर नहीं गई हैं। उनका उदेश्य तो ये है कि किसी तरह से ज्यादा से ज्यादा विदेशी निवेश राज्य में लाया जाए। इससे पहले भी बंगाल में बिजनेस समिट हो चुका है। ये अलग बात है कि जमीन पर कितना फायदा हुआ, उन आंकड़ों को लेकर बहस चलती रहती है।
वैसे इंडिया गठबंधन की बात करें तो ये कुछ समय पहले ही बनाया गया है। इस समय विपक्ष का प्रयास है कि पीएम मोदी को 2024 में हराने के लिए सभी को एकजुट होना पड़ेगा। उसी एकजुटता के लिए इंडिया गठबंधन का ऐलान हुआ। अभी तक तीन अहम बैठकें हो चुकी हैं, बिहार, बेंगलुरु और मुंबई में मंथन किया जा चुका है, लेकिन सीट शेयरिंग से लेकर चेहरे तक पर अभी कोई फैसला नहीं हो पाया है।
विपक्ष की तरफ से बस ये कहा जा रहा है कि मिनिमम कॉमन प्रोग्राम के तहत चुनाव लड़ा जाएगा। लेकिन चेहरे पर अभी कुछ भी खुलकर नहीं कहा जा रहा। सभी के अपने सपने हैं, लेकिन सामने से किसी का भी ऐलान नहीं किया जा रहा।